राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा स्वच्छ भारत दिवस मनाते हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया जिसमें कुलपति महोदया ने दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अपने संबोधन में उन्होंने महात्मा गांधी को एक आदर्श बताते हुए छात्र-छात्राओं को उनके जीवन मूल्यों व सिद्धांतों पर चलने के लिए प्रेरित किया।
स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता के सफल आयोजनों के लिए सभी सफ़ाई कर्मियों, समिति सदस्यों व विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने स्वच्छता को निरंतर चलने वाली प्रक्रिया बताया। संतोष, सादगी व अनुशासन पर महात्मा गांधी को याद करते हुए कुलपति ने समाज के हर वर्ग को उनका अनुसरण करने के लिए कहा।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र अधिष्ठाता कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कर स्वच्छता अभियान के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश देते हुए विश्वविद्यालय द्वारा 48 बैग कचरा बिड़ला परिसर से निष्पादन करने को एक बड़ी उपलब्धता बताया। उन्होंने समस्त स्वच्छता अभियान समिति सदस्यों व सफाई कर्मियों को बधाई व धन्यवाद ज्ञापित करते हुए समाज के हर वर्ग-विशेष से स्वच्छता को दैनिक दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा मानने का अनुरोध किया।
मुख्य नियंता प्रो. वी. पी. नैथानी ने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देते हुए इस अभियान के तहत हुई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मेडल व प्रमाण पत्र प्रदान किए। नोडल अफसर मोहित सिंह बिष्ट ने अकादमिक गतिविधि केंद्र, चौरास परिसर में अभियान से जुड़ी संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कुलपति महोदया, छात्र अधिष्ठाता कल्याण, मुख्य नियंता अधिकारी, समिति के समस्त सदस्यों व छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया।
सम्पूर्ण अभियान को दो भागों क्रमशः स्वच्छता ही सेवा अभियान व स्पेशल कैंपेन 4.0 के बारे में बताते हुए उन्होंने स्वच्छता ही सेवा के तीनों स्तंभों क्रमशः स्वच्छता में भागीदारी, सम्पूर्ण स्वच्छता व स्वच्छता लक्षित इकाई तथा सफ़ाईमित्र सुरक्षा शिविर के अंतर्गत हुए कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया। स्पेशल कैंपेन 4.0 के बारे में जानकारी देते हुए क्रमशः प्रिपरेटरी फेज (17 सितंबर से 02 अक्टूबर), इम्प्लीमेंटेशन फेज (02 से 31 अक्टूबर) और इवैल्यूएशन फेज (01 से 30 नवंबर तक) की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर उपस्थित समस्त संयोजक डॉ. सुमित गैरोला, डॉ. गांधी चौहान, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. अमरजीत सिंह, डॉ. सुरेंद्र सिंह कुंवर, डॉ. राकेश नेगी, डॉ. सपना सेन और अशोक कुमार के कर-कमलों द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए।