अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीतियों ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है। ट्रंप ने 14 देशों को पत्र भेजकर 1 अगस्त से नए टैरिफ लागू करने की घोषणा की है, जिसमें भारत भी शामिल है। ट्रंप ने जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, और 11 अन्य देशों को टैरिफ की चेतावनी दी है। कारण है:
- अमेरिका के साथ व्यापार असंतुलन को कम करना।
- BRICS देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ, क्योंकि ट्रंप का मानना है कि ये देश अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
- भारत के साथ व्यापार समझौता न होने के कारण टैरिफ का खतरा बढ़ा है।
प्रभावित देश और दरें
- मलेशिया और ट्यूनीशिया पर 25% टैरिफ।
- दक्षिण अफ्रीका पर 30%, म्यांमार और लाओस पर 40%।
- भारत पर भी टैरिफ का खतरा, लेकिन दरें स्पष्ट नहीं।
- कॉपर, स्टील और एल्यूमीनियम पर 50% टैरिफ की घोषणा, जिससे भारत के 2 अरब डॉलर के कॉपर निर्यात पर असर पड़ सकता है।
खबर के मुताबिक, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में कृषि क्षेत्र बड़ा मुद्दा है। भारत ने स्टील और ऑटोमोबाइल पार्ट्स पर छूट मांगी थी, लेकिन ट्रंप के नए टैरिफ ने उम्मीदें कम की हैं। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत आज रात तक एक छोटा व्यापार समझौता कर सकता है।
1 अगस्त की डेडलाइन नहीं बदलेगी
डॉनल्ड ट्रंप ने 8 जुलाई को साफ कर दिया कि अमेरिका द्वारा घोषित नए हाई टैरिफ 1 अगस्त से ही लागू होंगे।और इसकी डेडलाइन अब आगे नहीं बढ़ेगी। डॉनल्ड ट्रंप ने अप्रैल में लगभग सभी ट्रेडिंग पार्टनर्स पर 10 प्रतिशत बेस टैरिफ लगाया था।
लेकिन कुछ देशों पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने की घोषणा 9 जुलाई तक रोक दी गई थी। इस सप्ताह ट्रंप ने इन टैरिफ को 1 अगस्त तक टाल दिया, लेकिन अब वह कह रहे हैं कि इसके बाद कोई और देरी नहीं होगी।
