चीन दुनिया का सबसे बड़ा डैम ब्रह्मपुत्र नदी पर भारतीय सीमा के बेहद करीब तिब्बत में बनाने जा रहा है। इस डैम के लिए चीन की जिनपिंग सरकार ने प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है।
चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का बड़ा बांध बनाने की योजना का बचाव करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस परियोजना से अन्य देशों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। दशकों के अध्ययन के माध्यम से सुरक्षा मुद्दों का समाधान किया गया है।
ये होगा दुनिया का सबसे बड़ा डैम
चीन का ये डैम इतना विशालकाय होगा कि जिनपिंग सरकार इसे ‘ग्रह का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट’ बता रही है। दरअसल, चीन तिब्बत की सबसे लंबी नदी यारलुंग त्सांगपो नदी पर बांध बनाने जा रहा है, इसी नदी को भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहा जाता है।
ये बांध तिब्बत में ऐसी जगह बनाया जाएगा जहां से ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश और फिर बांग्लादेश के लिए यू-टर्न लेती है।
चीन अपने इस बांध पर एक ट्रिलियन युआन यानी करीब 137 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च करेगा। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने जिस प्रोजेक्ट को हरी झंड़ी दिखाई है।
इस डैम के निर्माण हो जाता है तो चीन अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ेगा। आपको बताते चलें कि चीन में मौजूद थ्री गॉर्जेस डैम विश्व का सबसे बड़ा डैम है।
इस बांध में 40 अरब क्यूबिक मीटर पानी है और ये बांध धरती के घूमने की रफ्तार को प्रभावित कर रहा है, चीन के इस बांध की वजह से धरती के घूमने की स्पीड में धीमी हो गई है। जिसपर दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है।