प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भू-राजनीति और भू-आर्थिकी पर केंद्रित तीन दिवसीय सम्मेलन ‘रायसीना डायलॉग’ के 10वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे।
रायसीना डायलॉग’ के 10वें संस्करण के उद्घाटन समारोह में 125 देशों के 3500 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जिनमें न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन प्रमुख हैं। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन उद्घाटन सत्र में भाषण देंगे। सम्मेलन का समापन 19 मार्च को होगा।
विदेश मंत्रालय ने रविवार को बताया कि, इस सम्मेलन में लगभग 125 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसमें अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड और यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा, मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, सैन्य कमांडर, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां, प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गज, शिक्षाविद, पत्रकार, सामरिक मामलों के विद्वान और प्रमुख विचारक संस्थाओं के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि 20 देशों के विदेश मंत्री इस विचार-विमर्श में भाग लेंगे। भी इस सम्मेलन के 10वें संस्करण में भाग लेने वालों में शामिल हैं।
रायसीना डायलॉग में दुनियाभर के नेता और स्कॉलर्स और इंडस्ट्री लीडर्स जुटते हैं और जियोपॉलिटिक्स और जियोइकोनॉमिक्स पर चर्चा करते हैं। इस बार की थीम ‘कालचक्रः पीपुल, पीस एंड प्लानेट’ रखी गई है। रायसीना डायलॉग में इस बार राजनीति, पर्यावरण, कारोबार, शांति जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
जानें क्या है रायसीना डायलॉग
विदेश मंत्रालय का ऑफिस रायसीना पहाड़ी पर स्थित है। इसे साउथ ब्लॉक भी कहा जाता है। इसलिए इस सम्मेलन का नाम ‘रायसीना डायलॉग’ रखा गया है। साल 2016 में इसकी शुरुआत हुई थी। तब इसमें 35 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
उसके बाद से रायसीना डायलॉग में शामिल होने वाले देशों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2024 में इस सम्मेलन में 125 देशों के 2,500 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
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