- 1300 साल पुराना बौद्ध मठ जलकर खाक, 18 की मौत
- फायरफाइटर हैलीकॉप्टर क्रैश, पायलट की हुई मौत
- 43 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन जलकर राख हो गई
साउथ कोरिया के दक्षिणी क्षेत्रों में शुष्क मौसम और तेज हवाओं के बीच जंगलों में आग लगने से कम से कम 18 लोगों की मौत होने की खबर आ रही है।
के कार्यवाहक राष्ट्रपति ने बुधवार, 26 मार्च को कहा कि यह इतिहास के सबसे भीषण जंगल की आग में से एक है। इसमें कम से कम 18 लोग मारे गए हैं और भीषण आग के कारण कई “अभूतपूर्व क्षति” हुई है।
इतना ही नहीं आग से लोगों को बचाने के लिए भेजा गया फायरफाइटर हैलीकॉप्टर भी क्रैश कर गया। इसमें पायलट की मौत हो गई।
आग के कारण 43 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन जलकर राख हो गई और 1300 वर्ष पुराने बौद्ध मठ जलकर खाक हो गए हैं। इसके कारण अब तक 5500 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है।

आग बुझाने के काम में लगभग 9000 अग्निशमन कर्मी, 130 से अधिक हेलीकॉप्टर और सैकड़ों वाहन लगे हुए हैं। उइसियोंग में जंगल में लगी आग को बुझाने के प्रयासों के दौरान एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया।
कोरिया वन सेवा ने बुधवार को कहा कि बचाव प्रयास जारी हैं और ऐसा अनुमान है कि विमान में केवल एक पायलट था। अग्निशमन दल दक्षिण कोरिया के दक्षिणी इलाकों में लगी भीषण आग को बुझाने के काम में लगे हैं। आग से जुड़ी घटनाओं में 200 से ज्यादा इमारतों के नष्ट होने की खबर है।