देवप्रयाग महाविद्यालय में ‘अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ पर कार्यक्रम का आयोजन
पहाड़ी क्षेत्रों में जीवन ज़्यादा संघर्ष पूर्ण होने के कारण हौसला निरंतर बढ़ता है: गोपाल प्रजापति
ओमकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल में प्रभारी प्राचार्या डॉ अर्चना धपवाल की अध्यक्षता में कार्यक्रम संयोजक डॉ. ओम प्रकाश द्वारा कम्युनिटी इंगेजमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत वृद्धजनों के कल्याणार्थ ‘अंतराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ पर कार्यक्रम आयोजित कराया गया।
गुजरात से आए हुए मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में डॉ.आर.वी. अग्रवाल (सेवानिवृत्त मनोचिकित्सक, गुजरात) ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए अपने विचार रखते हुए कहा कि आज की पीढ़ी के लिए मानसिक रूप सशक्त होना बहुत आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि, विद्यार्थियों को सुव्यवस्थित जीवन जीने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट हेतु योग, ध्यान व मेडिटेशन के साथ सुचारू जीवनचर्या को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए।
गोपाल प्रजापति (सेवानिवृत्त ऑफिसर मृदा एवं जल संरक्षण विभाग, गुजरात) ने छात्र-छात्राओं को हर अवसर को सार्थक बनाने का संदेश देते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में आपके सम्मुख कई चुनौतियां हैं एवं पहाड़ी क्षेत्रों में छात्र का जीवन ज़्यादा संघर्षपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बहुत दूर दराज के गांवों से सफ़र कर आप महाविद्यालय में पढ़ने आते हैं, यही हौसला आपको निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
प्रश्नोत्तरी श्रृंखला के अंतर्गत भी छात्र छात्राओं द्वारा पूछे गये प्रश्नों का भी मुख्य वक्ताओं द्वारा संतोषजनक जवाब दिए गए। वरिष्ठ प्रध्यापक डॉ. एम.एन. नौडियाल ने इस समाज में वृद्धजनों की महत्ता पर प्रकाश डाला। बताया कि समाज में वृद्धों के अनुभव आने वाली पीढ़ी के लिए आइने का काम करते हैं।
अंत में प्राचार्या डॉ.अर्चना धपवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वृद्धजनों का सम्मान करना चाहिए और नई पीढ़ी के बच्चों को उनके साथ अपने विचार साझा करने चाहिए ताकि सामंजस्यपूर्ण माहौल बना रहे।
प्राचार्या के उदभाषण के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा हुई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।