श्रीनगर की डल झील में अब उबर की सवारी का आनंद लिया जा सकता है। कंपनी ने उबर शिकारा सेवा शुरू की है। इस सर्विस के जरिए पर्यटक ऐप के जरिये पहले से शिकारा बुक कर सकते हैं।
यह सेवा सीमित समय के लिए उपलब्ध है। इसका मकसद पर्यटकों को छुट्टियों के मौसम में डल झील की खूबसूरती का आनंद लेने में मदद करना है।
उबर इस पहल के तहत शिकारा की सवारी पर कोई शुल्क नहीं लेगा। सारी कमाई शिकारा चलाने वालों को मिलेगी। इससे जम्मू-कश्मीर के स्थानीय पर्यटन कर्मियों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
एक घंटे की सवारी में अधिकतम चार यात्री जा सकते हैं। उबर शिकारा की सवारी 12 घंटे से 15 दिन पहले तक बुक की जा सकती है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, 1 जनवरी से 30 नवंबर 2024 के बीच 35,254 विदेशी पर्यटकों सहित 2.8 करोड़ से अधिक पर्यटक घाटी का दौरा कर चुके हैं।
भारत ही नहीं एशिया में पहली जल परिवहन सेवा
उबर के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि भारत में उबर की जल परिवहन सेवा एशिया में भी अपनी तरह की पहली सेवा है। कंपनी इटली के वेनिस सहित कुछ यूरोपीय देशों में जल परिवहन बुकिंग की सुविधा प्रदान करता है।
भारत में कंपनी ने शुरुआत में सात शिकारा को शामिल किया है और सेवा की लोकप्रियता के आधार पर धीरे-धीरे बेड़े का विस्तार करने की योजना बना रही है। उबर यूजर्स सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर शिकारा बुक कर सकेंगे। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि उबर अपने शिकारा भागीदारों से कोई शुल्क नहीं ले रही है और पूरी राशि उन्हें दे दी जाएगी।
शिकारा ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वली मोहम्मद भट्ट ने कहा कि डल झील में करीब 4,000 शिकारा हैं और उन्हें उम्मीद है कि उबर और अधिक शिकारा साझेदारों को अपने साथ जोड़ेगा।