उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में महसूस किए गए भूकंप के झटके

भारत के पड़ोसी देश नेपाल में आज शनिवार, 21 दिसंबर 2024 की सुबह तगड़ा भूकंप आया। नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई। भारतीय मानक समय (IST) के मुताबकि यह झटका सुबह 3 बजकर 58 मिनट पर महसूस किया गया। 

विस्तार

NCS के डाटा के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल के जुम्ला जिले में धरती के अंदर 10 किमी की गहराई में था। इसका केंद्र अक्षांस 29.17N और देशांतर 81.59E पर स्थित था।

फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान या हताहत को कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है, हालांकि अधिकारियों की ओर से प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है।

वहीं इसका असर सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में भी महसूस किया गया। लोगों ने करीब 15 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए और लोग घबराकर कड़ाके की ठंड में घरों से बाहर निकल आए।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर ने बताया कि नेपाल भूकंप का केंद्र था। इसकी तीव्रता 4.8 रिक्टर थी। जिले में इससे कहीं भी नुकसान नहीं हुआ है। बताया कि चंपावत समेत अन्य जिलों में भी झटके महसूस किए गए। हालांकि, जिस वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए उस वक्त ज्यादातर लोग सो रहे थे।

भूकंप आने पर क्या करें 

  1. अगर आप घर में हैं तो भूकंप के झटके महसूस होने पर टेबल या डेस्क के नीचे बैठें और खुद को कवर करके इंतजार करें।
  2. दीवारों के पास खड़े हों या बैठें, खिड़कियों और हैवी फर्नीचर के आसपास ना रहें। 
  3. भूकंप आने की स्थिति में अगर आप घर के अंदर हैं तो अंदर ही रहें और अगर बाहर हैं तो बाहर रहें। हड़बड़ी ना मचाएं। 
  4. भूकंप की स्थिति में लिफ्ट का इस्तेमाल ना करें। हो सकता है कि भूकंप के दौरान लिफ्ट बंद पड़ जाए और आप उसमें फंसे रह जाएं।
  5. अगर आप ड्राइव करते हुए भूकंप के झटके (Earthquake Tremors) महसूस करते हैं तो रुक जाएं। खुद को ट्रैफिक से दूर रखें और किसी ब्रिज या फिर ओवरपास के नीचे कार को खड़ा ना करें।  

उत्तराखण्ड का वर्गीकरण भूकंपीय जोन के आधार पर

उत्तराखण्ड भूकंपीय जोन के आधार पर अति संवेदनशील माना जाता है। इस कारण इसे भूकंप जोन 4 और 5 में रखा जाता है।

सिस्मिक जोन 4 – ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल और अल्मोड़ा जिला शामिल है. वहीं, देहरादून और टिहरी का हिस्सा दोनों जोन में शामिल है।

सिस्मिक जोन 5 – यानी अति संवेदनशील या सबसे खतरनाक जोन की बात करें, तो इसमें उत्तराखंड के 5 जिले आते हैं, जो रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी हैं।

https://youtu.be/9QW0uH_UIwI?si=_CiSwo2mqoP7fErB

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