सोमवार, 7 अक्टूबर को ओंकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल में प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर लीना पुंडीर की अध्यक्षता में सांस्कृतिक समिति एवं हिंदी विभाग द्वारा गढ़ भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत “परंपरागत पहाड़ी व्यंजनों का औषधीय महत्व” एवं “परंपरागत पहाड़ी व्यंजनों की पाक कला विधि” शीर्षक पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं द्वारा पारंपरिक परिधान के साथ पहाड़ी व्यंजनों मडवें की रोटी, झंगोरे की खीर, दाल के पकोड़े, मक्की, काखडी, पिंस्यू लूण ,गुलगुले,अरसे, रोट, गहथ का फाणु, भटवाणी, बाड़ी आदि परोसे गए।
इसके बाद हिंदी विभाग की अध्यापिका डॉक्टर रंजू उनियाल द्वारा औषधीय गुणों से भरपूर फसलों से बनने वाले व्यंजनों के महत्व के विषय में जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में सांस्कृतिक समिति की संयोजक डॉ सोनिया द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया गया।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य द्वारा सभी छात्र-छात्राओं को गढ़ भोज दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की गई। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।