स्टेट ब्यूरो
ले. जनरल साधना सक्सेना नायर पहली महिला DG चिकित्सा सेवा (सेना) बनीं हैं। ले. जनरल साधना ने 1 अगस्त 2024 को DG चिकित्सा सेवा (सेना) का पदभार संभाला। साधना नायर विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित की जा चुकीं और अब वो यह पदभार संभालने वाली पहली महिला बन चुकी हैं।
इससे पहले, वह एयर मार्शल के पद पर पदोन्नति के बाद DG अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) का पद संभालने वाली पहली महिला थीं।
ले. जनरल नायर ने सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय, पुणे से एक विशिष्ट शैक्षणिक रिकॉर्ड के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 26 दिसंबर 1985 में एयरफोर्स जॉइन की।
उन्होंने फैमिली मेडिसिन में में पीजी, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन में डिप्लोमा किया है, साथ ही एम्स, नई दिल्ली में चिकित्सा सूचना विज्ञान में दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया है।
NEP का मसौदा तैयार करने वाली समिति में थी शामिल
ले. जनरल नायर को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के चिकित्सा शिक्षा घटक का मसौदा तैयार करने के लिए डॉ. कस्तूरीरंगन समिति के विशेषज्ञ सदस्य के रूप में नामित किया गया था।
उनकी सराहनीय सेवा के लिए, उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी वायु कमान और चीफ ऑफ द एयर स्टाफ के साथ-साथ विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
वायुसेना की दूसरी महिला मेडिकल ऑफिसर हैं साधना नायर
जानकारी के अनुसार, साधना सक्सेना नायर वायुसेना की दूसरी महिला मेडिकल ऑफिसर हैं, जो एयर मार्शल रैंक तक पहुंची हैं। उन्हें इजरायली रक्षा बलों के साथ रेडियोलॉजिकल, रासायनिक, जैविक और परमाणु युद्ध और स्पीज में स्विस सशस्त्र बलों के साथ सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षित किया गया था।
वह पश्चिमी वायु कमान और भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रशिक्षण कमान की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी हैं।
साधना नायर के पति केपी नायर 2015 में इंस्पेक्शन एंड फ्लाइट सेफ्टी के DG पद से रिटायर हो चुके हैं। इतना ही नहीं, साधना नायर के परिवार का 3 पीढ़ियों से एयर फोर्स से संबंध है। साधना के पिता और भाई भी इंडियन एयर फोर्स में डॉक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं और उनका बेटा वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात है।