कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सीएम धामी ने की बड़ी घोषणाएं
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
कारगिल विजय दिवस के 25 साल पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन 26 जुलाई, 1999 में हमारे वीर सपूतों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को धूल चटाई थी और पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर दुर्गम चोटियों पर पुन: तिरंगा फहराया था। वीरों की याद में आज देश भर में कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है।
शुक्रवार, 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राजधानी में गांधी पार्क स्थित शौर्य स्मारक पहुंचे और पुष्पचक्र अर्पित कर बलिदानी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी एवं उनके पराक्रम को याद किया
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सीएम धामी ने की घोषणाएं
- राज्य में शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 50 लाख रूपये की जायेगी।
- शहीद सैनिक के परिवारजनों को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने की अवधि को 02 साल से बढ़ाकर 05 साल किया जायेगा।
- शहीदों के आश्रितों को अब जिलाधिकारी कार्यालयों में समूह ष्गष् और समूह ष्घष् के अलावा अन्य विभागों में भी समूह ष्गष् और समूह ष्घष् के पदों पर नियुक्ति प्रदान की जायेगी।
- सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों की भांति अवकाश प्रदान किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल की यह विजय गाथा भी उत्तराखंड के वीरों के बिना अधूरी है और अपने 75 सपूतों का बलिदान ये वीर भूमि कभी नहीं भुलाएगी। जिस सांस्कृतिक परिवेश और विचारों ने हम सभी को पोषित किया है, उस संस्कृति में मान्यता है कि देशभक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक पुत्र होने के नाते उन्होंने बचपन से ही एक सैनिक और उसके परिवार के संघर्ष को देखा है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे। हमने युद्ध भी जीता और वैश्विक स्तर पर कूटनीति में भी जीते। अटल जी ने शहीदों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव में राजकीय सम्मान के साथ करने की व्यवस्था की।
कार्यक्रम में सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, मेजर जनरल सम्मी सबरवाल (से.नि), लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनि कुमार (से.नि), मेजर जनरल के.एस राणा (से.नि), ब्रिगेडियर कीर्ति बहल (से.नि), ब्रिगेडियर हरीश सेट्ठी (से.नि), निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल (से.नि), एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे.एस. बिष्ट (से.नि), जिलाधिकारी सोनिका, एसएसपी अजय सिंह एवं अन्य सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और शहीदों के परिवार जन उपस्थित थे।