चरण केदारखण्डी
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में दो दिवसीय वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव का प्रारंभ हो गया है। समारोह के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि और स्वयं स्थापित खिलाड़ी रहीं प्रोफेसर प्रीति कुमारी ने कहा युवाओं के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए खेलों का योगदान महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि आज खेल और उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सरकारी और गैरसरकारी स्तर पर प्रोत्साहन और पुरस्कार के
क्रीड़ा प्रभारी डॉ. नवीन कोहली ने महाविद्यालय प्रांगण में सभी खिलाड़ियों को खेलभावना की शपथ दिलाई और आह्वान किया कि वे पूरी ईमानदारी और लगन से इंडोर और आउटडोर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लें।

क्रीड़ा समारोह के पहले दिन कैरम, टेबल टेनिस और शतरंज प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन हुआ। टेबल टेनिस प्रतियोगिता में छात्र वर्ग से सुधांशु सती प्रथम,अंशुल रावत द्वितीय और सुमित बिष्ट तृतीय स्थान पर रहे।
टेबल टेनिस प्रतियोगिता के छात्रा वर्ग में आस्था प्रथम, स्नेहा डिमरी द्वितीय और प्रियांशी भट्ट को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
कैरम प्रतियोगिता में छात्र वर्ग (युगल ) में कुलदीप लाल और हिमेश बिष्ट प्रथम स्थान, सुधांशु सती और किशन उनियाल द्वितीय स्थान और अभिजीत और प्रियांशु बिष्ट को तृतीय स्थान मिला।

एकल कैरम प्रतियोगिता में अंकित फर्स्वाण ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि समीर पंवार द्वितीय स्थान और अंशुल रावत तृतीय स्थान पर रहे।
कैरम प्रतियोगिता में छात्रा वर्ग से समूह में स्तुति और सुमन ने प्रथम स्थान, नैंसी राणा और कृतिका ने द्वितीय स्थान जबकि तृतीय स्थान के लिए मुकाबला कल होगा।
एकल कैरम प्रतियोगिता में कृतिका ने प्रथम स्थान, सुमन ने द्वितीय स्थान और अनुपमा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
टेबल टेनिस प्रतियोगिता में छात्रा वर्ग से आस्था ने प्रथान स्थान प्राप्त किया जबकि स्नेहा डिमरी द्वितीय और प्रियांशी भट्ट तृतीय स्थान पर विजेता रही।
समारोह में वरिष्ठ प्रो. सत्यनारायण राव, डॉ. जी .के.सेमवाल, डॉ. चरणसिंह केदारखंडी, डॉ. धीरेन्द्र सिंह, डॉ. नवीन पंत, डॉ. किशोरी लाल, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया, डॉ. राहुल तिवारी,डॉ. राजेन्द्र सिंह, डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. नेपाल सिंह, डॉ. राहुल मिश्रा, वरिष्ठ सहायक रणजीत सिंह राणा, रचना, थान सिंह, हरीश नेगी, जगदीश लाल, आनंद सिंह मेहर, जय प्रकाश, पुष्कर लाल, मुकेश सिंह, शिव सिंह, अजय सिंह, अनीता देवी, नंदी देवी आदि उपस्थित रहे।
