भारत के सीनियर अनुभवी आफ स्पिनर और ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के बीच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। संन्यास लेने का ऐलान करके क्रिकेट जगत को चौका दिया।
गाबा टेस्ट मैच ड्रॉ होने के बाद 38 साल के आर.अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने रिटायरमेंट का ऐलान किया। आर. अश्विन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच एडिलेड में खेला है।
अश्विन ने ब्रिसबेन में तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद कप्तान रोहित शर्मा के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘ मैं आपका अधिक समय नहीं लूंगा। यह भारतीय टीम के क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन है।’’
इसके बाद उन्होंने कोई सवाल लेने से इनकार कर दिया और घोषणा करके चले गए। 38 वर्ष के अश्विन ने एडीलेड में गुलाबी गेंद का टेस्ट खेलकर एक विकेट लिया था।
2010 में किया था वनडे, टी20 डेब्यू, 2011 में टेस्ट डेब्यू
आर.अश्विन ने साल 2010 हरारे में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था। इसी साल उन्होंने हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ T-20 फॉर्मेट में डेब्यू किया था।
एक साल बाद यानी साल 2011 में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू किया था। अश्विन ने वनडे फॉर्मेट में 116 मैचों में 33.20 की औसत से 156 विकेट लिए हैं। वहीं, बल्ले से उन्होंने 707 रन बनाए हैं।
आर.अश्विन साल 2011 वनडे विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा भी थे। T-20 में आर.अश्विन ने 65 मैचों में 72 विकेट लिए हैं और 184 रन बनाए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज
इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके अश्विन टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत की ओर से दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
अश्विन ने भारत के लिए 106 टेस्ट मैच खेले और उन्होंने 24 की औसत से 537 विकेट चटकाए है। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा 5 विकेट हॉल करने वाले गेंदबाज भी हैं।
अश्विन के नाम टेस्ट में 6 शतक और 14 अर्धशतक दर्ज है, अश्विन के नाम 3503 टेस्ट रन भी दर्ज है। भारत के दिग्गज स्पिनर अश्विन 300 विकेट और 3000 रन का डबल धमाके करने वाले दुनिया के सिर्फ़ 11वें ऑलराउंडर हैं। उनके नाम मुतैया मुरलीधरन के बराबर सर्वाधिक 11 प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है।