केदारनाथ धाम में घोड़े-खच्चरों की आवाजाही पर अस्थायी रोक

एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि के बाद प्रशासन अलर्ट

केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले घोड़े-खच्चरों में एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस के मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए अगले 24 घंटे तक इन पशुओं की आवाजाही पर पूर्ण रोक लगा दी है।

प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, यात्रा मार्ग में फिलहाल घोड़े-खच्चरों का उपयोग नहीं किया जाएगा। तीर्थयात्रियों से अपील की गई है कि वे इस दौरान डंडी, कांडी और पालकी जैसी वैकल्पिक व्यवस्थाओं का सहारा लें।

पशु संचालकों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वे किसी भी हाल में अपने पशुओं का संचालन न करें। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग के संयुक्त प्रयास से प्रभावित पशुओं की निगरानी और उपचार के लिए टीमें तैनात की गई हैं। वहीं, यात्रा मार्ग पर सफाई और संक्रमण नियंत्रण के विशेष उपाय भी किए जा रहे हैं।

क्या है एक्वाइन इन्फ्लूएंजा

एक्वाइन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक वायरस है जो घोड़ों, खच्चरों और अन्य इक्वाइन प्रजातियों को प्रभावित करता है। यह वायरस तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। समय पर इलाज न होने पर यह बीमारी पशुओं के लिए जानलेवा भी हो सकती है।

बीते मार्च माह में एक्वाइन इन्फ्लूएंजा एक विषाणुजनित बीमारी के संक्रमण की पुष्टि राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान हिसार ने की थी और कतिपय पशुओं में लक्षण भी दिखाए दिए थे, जिसमें मुख्य रूप से आंखों में पानी आना, नाक से पानी बहना, छिंकना, खांसना एवं ज्वर के लक्षण प्रमुख थे।

लक्ष्णों की पुष्टि होने के बाद सभी पशुओं के सीरोलॉजिकल परीक्षण कराए गए थे एवं नेगेटिव रिपोर्ट वाले पशुओं को ही यात्रा में प्रतिभाग की अनुमति दी गई थी। मगर गत दिवस यात्रा मार्ग में पशुओं की मृत्यु होने और कतिपय पशुओं में नाक से पानी बहना, आंख से पानी बहना, खांसने के लक्षण पाए गए हैं।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष रावत ने बताया कि पशुओं की मृत्यु को रोकने और इसकी जांच के लेकर भारत सरकार से वैज्ञानिकों का एक दल 6 मई को रुद्रप्रयाग पहुंच जाएगा। ऐसे में निर्णय लिया गया है कि आगामी 24 घंटे में पशुओं के संचालन पर पूर्णतया रोक रहेगी।

प्रशासन ने लोगों से धैर्य बनाए रखने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है, जिससे स्थिति पर शीघ्र नियंत्रण पाया जा सके।

https://regionalreporter.in/the-third-kedarnath-tungnath-dham-regained-its-glory-as-soon-as-its-doors-opened/
https://youtu.be/jGaRHT7bFcw?si=6WDo1OdFgnVo0haa
Website |  + posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: