22 सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध, 38 सैनिकों ने द्वितीय विश्व युद्ध, 14 सैनिकों ने पेशावर कांड, 17 सैनिक स्वतंत्रता संग्राम, 1971 बांग्लादेश युद्ध में 28 सैनिकों तथा ऑपरेशन ब्लू स्टार में 15 सैनिकों ने दिया था अपना योगदान।
विस्तार
देवाल में राज्य के सैनिक बाहुल्य गांवों में शुमार सवाड़ गांव में तीन दिवसीय 17वां अमर शहीद सैनिक मेला 07 से 09 दिसंबर तक आयोजित होगा। अमर शहीद सैनिकों के अभूतपूर्व शौर्य, पराक्रम एवं वीरता को समर्पित इस मेले के भव्य आयोजन को लेकर मेला समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है।
देश की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा देने वाले वीर सैनिकों की यादों को चिर स्थाई बनाए रखने के लिए 7 दिसंबर से आयोजित हो रहे 17वें अमर शहीद मेले के लिए सवाड़ गांव सज-धजकर अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार हो गया है।
देश के लिए सवाड़ के रणबांकुरों ने दिया था योगदान
सैन्य बाहुल्य गांव सवाड से 22 सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। जबकि 38 सैनिकों ने द्वितीय विश्व युद्ध, 14 सैनिकों ने पेशावर कांड तथा 17 सैनिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी है।
सवाड गांव से 1971 बांग्लादेश युद्ध में 28 सैनिकों, ऑपरेशन ब्लू स्टार में 15 सैनिकों ने भाग लिया था। वीर भूमि सवाड़ से वर्तमान में भारतीय सेना में 128 सैनिक सेवारत है।
मेला समिति के अध्यक्ष ने बताया कि तीन दिवसीय 17वां अमर शहीद सैनिक मेला 07 दिसंबर को शहीद सैनिकों को श्रद्वाजंलि अर्पित करने के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आगाज होगा।
08 दिसंबर को मेले में विभिन्न महिला मंगल दलों की प्रस्तुतियां और 09 दिसंबर को विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति और पूर्व सैनिकों के सम्मान के साथ मेले का समापन होगा।
17वां अमर शहीद मेला मना रहा सवाड़
देवाल ब्लॉक के सवाड़ गांव के पूर्व सैनिकों, सैन्य विधवाओं, सेना में कार्यरत सैनिकों के साथ ही अन्य लोगों ने कुछ ब्लॉक के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से सैन्य इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित सवाड़ गांव में 2008 में पहले अमर शहीद सैनिक मेले की शुरुआत की गई, जिसके बाद तमाम उतार चढ़ावों के बावजूद शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए मेले का आयोजन किया जाता रहा।
छोटे स्तर से शुरू किया गया शहीद मेला 17वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। मेले के आयोजन को लेकर गांव में खासा उत्साह भी देखा जा रहा है।