श्रीनगर की आरना स्कॉलरशिप से पढ़ेगी मसूरी के वुडस्टॉक स्कूल में

  • उत्तराखण्ड से चार साल में एक विद्यार्थी का होता है चयन
  • मां उपासना तथा नानी मीनाक्षी कर्नाटक के संघर्षों को मिली दिशा

श्रीनगर गढ़वाल निवासी आरना भट्ट को कक्षा नौवीं से आगे की पढ़ाई करने तथा भविष्य संवारने के लिए सुनहरा अवसर हासिल हुआ है। आरना का उत्तराखण्ड के मसूरी में स्थित वुडस्टॉक स्कूल में स्कॉलरशिप से पढ़ाई के लिए चयन हुआ है।

टिम्बरलाईन फाउंडेशन यूएसए की ओर से वुडस्टॉक स्कूल मसूरी में पढ़ाई का अवसर प्रदान करने के लिए उत्तराखण्ड से किसी एक विद्यार्थी का चयन नवीं कक्षा में लिखित परीक्षा तथा कई दौर की मौखिक परीक्षाओं के आधार पर किया जाता है।

आरना ने यह महत्वपूर्ण सफलता अपने आप खोजी। दस वर्ष पूर्व पिता का वरदहस्त खो चुकी आरना के पास ऊंची उड़ान के लिए बड़े सपने सदैव आंखों में रहे। सीमित संसाधनों में अनेक संघर्षों से जूझते हुए मां उपासना ने आरना के सपनों की उड़ान को देखते हुए कहा-इतने बड़े सपनों को पूरा करना मेरे बस की बात नहीं। कोई स्कॉलरशिप निकालो, तभी ही कर सकती हो।

आरना ने मां के इन वचनों को अपने जीवन का ध्येय वाक्य बना दिया। घंटो-घंटो मोबाइल में आरना अकसर मां को रील्स देखती दिखाई देती, लेकिन मां के दूर जाते ही वह अपने लक्ष्य की ओर जुट जाती। अंततः मार्च, 2025 में आरना को अपनी मंजिल मिल ही गई जब उसे मसूरी के चर्चित वुडस्टॉक स्कूल में स्कॉलरशिप के लिए आवेदन की राह हासिल हुई।

प्रतिभाशाली आरना का सुहाना मुकाम

आरना बचपन से ही एक प्रतिभाशाली विद्यार्थी रही है। प्रारंभिक शिक्षा मार्शल पब्लिक स्कूल से पूरी कर जूनियर कक्षाओं की पढ़ाई के लिए आरना ने कॉन्वेंट स्कूल श्रीनगर में दाखिला लिया। लेकिन आरना के पास हावर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका पहुंचने का ऊंचा स्वप्न है। वुडस्टॉक स्कूल उसके सपनों को निःसंदेह सुहाने मुकाम तक पहुंचाएगा।

इन शर्तों पर कर सकते हैं आवेदन

आरना ने बताया कि इस स्कॉलरशिप के लिए उत्तराखण्ड का मूल निवास होना एक आवश्यक शर्त थी। इसके साथ ही माता-पिता में से किसी एक के ना होने तथा गर्ल चाइल्ड होने पर उसे इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन का अवसर मिला। अब आरना पर वुडस्टॉक स्कूल मसूरी में पढ़ाई का करीब 32 लाख रूपए सालाना खर्च टिम्बरलाईन फाउंडेशन यूएसए वहन करेगी।

मां ने की आरना एग्रो फूड की स्थापना

आरना की मां उपासना कर्नाटक भट्ट ने आजीविका के संसाधनों के लिए शैक्षिक क्षेत्र में कई वर्षों तक काम किया। बिटिया की पढ़ाई के लिए वह तनख्वाह नाकाफी महसूस हुई तो उपासना ने आरना एग्रो फूड के नाम से एक कम्पनी बना डाली। यह कम्पनी मशरूम तथा पनीर उत्पादन करने लगे।

वर्तमान में उपासना उद्यान विभाग के अधीन संचालित पीएमएफएमई (प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण) स्टोर के माध्यम से विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा स्वयं सहायता समूहों के साथ जुड़कर श्रीनगर के रोडवेज बस अड्डा के समीप एक स्टोर का संचालन कर रही हैं।

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