स्व.मंगला देवी बैडमिंटन प्रतियोगिताः ओवरऑल चैंपियन रहा सेंट थेरेसास


रोटरी क्लब की पहल पर प्रतिवर्ष होता है आयोजन
गंगा असनोड़ा
 रोटरी क्लब की पहल पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली स्व.मंगला देवी सुंदरियाल बैडमिंटन प्रतियोगिता में इस वर्ष क्षेत्र के 26 विद्यालयों से 164 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।


24-25 अगस्त को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के इंडोर स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिता का परिणाम रविवार को इसी इंडोर स्टेडियम में घोषित किया गया।

ओवरऑल चैंपियनशिप सेंट थेरेसास के नाम रही। सर्वाधिक अंकों के साथ सेंट थेरेसास पहले स्थान पर, जबकि एसजीआरआर दूसरे तथा केंद्रीय विद्यालय तीसरे स्थान पर रहे। रविवार को मुख्य अतिथि वरिष्ठ सर्जन एवं मधुर नर्सिंग होम के मुख्य प्रबंधक डा.एमएन गैरोला ने मौजूद खिलाड़ियों को खेल भावना के प्रति सचेत किया।


मुख्य अतिथि डा.एमएन गैरोला ने कहा कि हमें दूसरे को नीचा दिखाने के लिए नहीं, बल्कि स्वयं आगे बढ़ने के लिए प्रतिस्पर्धा रखनी चाहिए। इसलिए हम कहां हैं, कैसे हैं, कैसा कर रहे हैं और कैसा करना चाहिए पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वयं का आंकलन करके ही हम अपने जीवन में कुछ पा सकते हैं। इसलिए खुद को जानें। दूसरे को धोखा देकर आगे बढ़ने की प्रवृत्ति से कोई एकाध मौके मिल सकते हैं, लेकिन कोई आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि हर रोज सोने से पहले 10 मिनट अपने बारे में तथा दिन भर में अपने किए कार्यों के आंकलन को अवश्य दें। उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को चार हजार की धनराशि भी पुरुस्कार स्वरूप प्रदान की।


बैडमिंटन प्रतियोगिता का सफल संचालन रोटेरियन मनीष कोठियाल, रो.प्रशांत नौटियाल, रो.संचित अग्रवाल ने किया, जबकि पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का संचालन रो.डा.हरीश भट्ट ने किया। प्रतियोगिता में जलपान हेतु रो.आशीष सुंदरियाल ने पांच हजार की धनराशि प्रदान की।


इस मौके पर रोटरी क्लब अध्यक्ष दिनेश जोशी, सचिव अनिल ढौंढ़ियाल, कोषाध्यक्ष डा.हरीश भट्ट, बृजेश भट्ट, एसपी घिल्डियाल, अनूप घिल्डियाल, खिलेंद्र चौधरी, ओम प्रकाश गोदियाल, संचित अग्रवाल, आशीष सुंदरियाल, प्रशांत नौटियाल, अनिल गुप्ता, केबी थपलियाल, एसपी घिल्डियाल, जैलेश सबरवाल, संजय जैन, राकेश आहूजा, अंजलि आहूजा, राजीव सिंह, मो.आसिफ, डा.मारिषा पंवार, पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत भंडारी आदि उपस्थित रहे।  

गर्ल्स में अनुष्का, प्रतिष्ठा तथा गरिमा रहे विजेता
अंडर 14 गर्ल्स में सेंट थेरेसास की संध्या चमोली विजेता तथा केंद्रीय विद्यालय की अनुष्का उपविजेता, अंडर 17 में सेंट थेरेसास की अनुष्का रावत विजेता तथा एसजीआरआर की कनिका बंगवाल उप विजेता, अंडर 17 गर्ल्स डबल्स में सेंट थेरेसास की प्रतिष्ठा मेवाड़ तथा गरिमा जोशी विजेता, जबकि एसजीआरआर की अदिति डबराल तथा अवनी डबराल उपविजेता रहे।

ये रहा अन्य कैटेगरी का परिणाम
कक्षा एक से पांचवीं तक के ब्वाइज सिंगल्स में सेंट थेरेसास के मौलिक चमोली विजेता तथा सेंट थेरेसास के ही ओम बिष्ट उप विजेता रहे। कक्षा 6 से 8वीं तक के ब्वाइज सिंगल्स में सेंट थेरेसास के मयंक रावत विजेता जबकि रेनबो पब्लिक स्कूल के आयुष नेगी उप विजेता रहे।
कक्षा 9वीं व 10वीं के ब्वाइज सिंग्ल्स में जीआईसी श्रीनगर के दक्ष चमोली विजेता, एसजीआरआर के शांतनु शाह उप विजेता, कक्षा 9वीं व 10वीं के ब्वाइज डबल्स में श्री गुरू राम राय के आदित्य राज व अश्विन नवानी विजेता तथा सेंट थेरेसास के अभिनव रावत व टी श्रवण कुमार उप विजेता रहे।
 कक्षा 11वीं व 12वीं के ब्वाइज डबल्स में सेंट थेरेसास के मयंक नेगी व ओम उनियाल विजेता, जबकि देवभूमि पब्लिक स्कूल के मंथन राणा व श्रेयांश कैंतुरा उपविजेता रहे। इसी कैटेगरी के सिंगल्स में केंद्रीय विद्यालय के श्रीश रावत विजेता तथा सेंट थेरेसास के शिवांश बिष्ट उपविजेता रहे।

स्व.मंगला देवी सुंदरियाल की स्मृति में
श्रीनगर गढ़वाल में उत्तराखंड एजुकेशनल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट के व्यवसायी रोटेरियन आरपी सुंदरियाल तथा उनके परिवार जनों ने अपनी चाची स्व.मंगला देवी के नाम पर सामाजिक उत्थान के लिए प्रतिवर्ष एक लाख रुपए खर्च करने का निर्णय लिया।


रो.आरपी सुंदरियाल बताते हैं कि उनके चाचा स्व.जोतराम सुंदरियाल दिल्ली में एक होटलकर्मी थे। बाद में चाचा तथा चाची मंगला देवी ने 50 के दशक में दिल्ली के शक्तिनगर इलाके में ”राजधानी भोजनालय“ के नाम से एक भोजनालय खोला। इस भोजनालय में न सिर्फ दिल्ली निवासी, बल्कि उत्तराखंड तथा विभिन्न राज्यों के जरूरतमंद लोगों को ठौर तो मिलती ही, साथ ही भोजन भी निशुल्क मिल जाता। वे दोनों ही जितने आत्मीय भाव से अपने ग्राहकों को भोजन कराते, उतने ही आत्मीय भाव से जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन कराते।


वे बताते हैं कि उनकी अपनी कोई संतान नहीं थी, लेकिन अपने भतीजों को उन्होंने अपनी संतान से कम नहीं समझा। अपने अंतिम दिनों में वे दोनों  ही श्रीनगर में अपने भतीजों के पास ही रहे। वर्ष 2012 में चाची मंगला देवी की मृत्यु के बाद से उनके भतीजे रोटरी क्लब के तत्वावधान में उनकी स्मृति में प्रति वर्ष बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन करा रहे हैं।

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