गुरूवार, 18 जुलाई 2024 को राज्य के सीमांत जिला चमोली का जिला अस्पताल नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्स (एनक्यूएस) के मापदंडों पर खरा उतरा है। इसके साथ ही चमोली जिला अस्पताल एनक्यूएस एवं लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले अस्पतालों की श्रेणी में शामिल हो गया है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जिला अस्पताल के 07 अनुभाग जनरल ओटी, फार्मेसी, रेडियोलाॅजी, लेबर रूम, मैटरनीटी ओटी, मैटरनीटी वार्ड एवं जनरल एडमिन का गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत मूल्यांकन किया गया। जिसमें चिकित्सालय की सेवा व्यवस्थाए मरीजों के अधिकार एवं दायित्वए सपोर्ट सेवाएं, क्लीनिकल सेवाएं, चिकित्सालय में संक्रमण नियंत्रण व गुणवत्ता नियंत्रण के मानकों की जांच की गई। जिसमें जिला चिकित्सालय को प्रत्येक अनुभाग में अव्वल पाया गया।
एनक्यूएस मानकों को पूरा करने का श्रेय जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम एवं अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिक्षक व उनकी टीम को जाता है। स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के चलते अब तक उत्तराखंड को 10 एनक्यूएस तथा 19 लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेट मिल चुके हैं।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अबतक राज्य को भारत सरकार द्वारा दो राष्ट्रीय सर्टिफिकेट प्राप्त हो चुके हैं जिनमें एक लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेट जबकि दो एनक्यूएस सर्टिफिकेट हैं। इसके अलावा दो चिकित्सा इकाईयों का एनक्यूएस मूल्यांकन किया जा चुका है जिसका परिणाम आना बाकी है।
जानें क्या है एनक्यूएस व लक्ष्य अवार्ड-
भारत सरकार प्रत्येक वित्तीय वर्ष नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्स के तहत तय मानकों को पूरा करने वाले अस्पतालों को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के साथ वित्तीय सहायता प्रदान करता है। एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन राष्ट्रीय स्तर पर होता है। अस्पतालों के सर्टिफिकेशन के लिये 450 से ज्यादा संकेतकों का फीडबैक लिया जाता है।
इसके साथ ही चमोली जिला अस्पताल एनक्यूएस एवं लक्ष्य नेशनल सार्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले अस्पतालों की श्रेणी में शामिल हो गया है। उत्तराखंड को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिये अबतक 10 एनक्यूएस तथा 19 लक्ष्य नेशनल सार्टिफिकेशन मिल चुके हैं।