टेलीग्राम के माध्यम से भेज रहे थे उत्तर
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
पुलिस ने रविवार शाम को एम्स-ऋषिकेश के दो डॉक्टरों सहित पांच लोगों को एम्स द्वारा आयोजित (इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट 2024) फॉर डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) में धोखाधड़ी के आरोप में ऋषिकेश में बैराज रोड के पास एक कार से गिरफ्तार किया।
परीक्षा केंद्रों से परीक्षार्थियों द्वारा प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से अभियुक्तों को उपलब्ध कराई जा रही थी। जिसके बाद आरोपी उसके उत्तर टेलीग्राम के माध्यम से भेज रहे थे।
पुलिस के अनुसार परीक्षार्थियों को नकल कराने में एम्स ऋषिकेश के दो डाॅक्टर भी शामिल थे। अभियुक्त द्वारा प्रत्येक अभ्यर्थी को एमडी की परीक्षा में पास कराने के एवज में 50 लाख रुपए लिये गये थे।
बता दें कि पुलिस को परीक्षा केंद्रों में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित माध्यमों से नकल कराए जाने की गोपनीय सूचना मिली थी। जिसके बाद ऋषिकेश पुलिस और एसओजी देहात की संयुक्त टीम का गठन किया गया।
टीम ने रविवार देर रात को बैराज रोड पर एक टाटा सफारी में बैठे पांच व्यक्तियों को एम्स की एमडी परीक्षा में कांगडा हिमाचल के परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन एवं टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के उत्तर उपलब्ध कराते हुए गिरफ्तार किया गया। उनके साथ दो डाॅक्टर भी थी।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति हरियाणा के डा अजीत सिंह (44 वर्ष), पंजाब के पटियाला के डा. वैभव कश्यप (23 वर्ष), हरियाणा रोहतक के अमन शिवाचय (24 वर्ष), हरियाणा हिसार निवासी विपुल गौरा (31 वर्ष) और जयंत (22 वर्ष) ने कथित तौर पर रविवार को आयोजित परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र हल करने के लिए त्वरित मैसेजिंग ऐप का उपयोग करके हिमाचल प्रदेश के एक परीक्षा केंद्र में तीन उम्मीदवारों की सहायता की।