पत्र के माध्यम से बच्चों ने की मतदान करने की अपील
बच्चों ने समझी नाटक की बारीकियां
अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एवं किताब कौतिक अभियान के संयुक्त तत्वावधान में डालमियां धर्मशाला श्रीनगर में आयोजित बच्चों की 5 दिवसीय बाल लेखन कार्यशाला के चौथे दिन बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए मुखपृष्ठ तैयार किया।
बच्चों ने लुप्त होती पत्र विधा को समझा। सभी बच्चों ने अपने पारिवारिक जनों को पत्र लिखकर आगामी निकाय चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान करने की बात लिखी।
बच्चों ने पत्र के माध्यम से लिखा कि, लोकतंत्र में एक-एक वोट का बहुत महत्व है। हम सबको अपने मतदान का प्रयोग जरूर करना चाहिए। सभी बच्चों ने बाल लेखन कार्यशाला की रिपोर्ट पत्र विधा के माध्यम से तैयार की।
रिपोर्ट लेखन की जानकारी देते हुए बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बताया कि हमें रिपोर्ट लिखते समय अंगरेजी के 5 डब्ल्यू का ध्यान रखना होता है। यानी रिपोर्ट में कहां, क्या, कौन, कब और कैसे की जानकारी देनी चाहिए।
बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए मुखपृष्ठ के साथ लेखक की ओर से कार्यशाला की रिपोर्ट, यात्रा वृतांत तथा गढ़वाली गीत तैयार किया।
पिथौरागढ़ से आए युवा रंगकर्मी रोमी यादव ने बच्चों को नाटक की बारीकियां बताई। उन्होंने अपनी प्रस्तुति भी दी। हरिद्वार से आए प्रकाश पांडे ने बाल कवि सम्मेलन व उदय किरौला ने समूह गीत समूह के साथ कार्य किया।
कार्यशाला का समापन 11 जनवरी को दिन में 12 बजे होगा। समापन समारोह में बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी लगेगी।
नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन टना टन टन’ के साथ ही बच्चे समूह गीत प्रस्तुत करेंगे। अजीम प्रेम जी फाउंडेशन के डॉ. प्रदीप अंथवाल ने श्रीनगर के बुद्विजीवियों, अभिभावकों से समापन समारोह में भाग लेने की अपील की है।
इस अवसर पर रोटरी क्लब के बृजेश भट्ट, डा. के के गुप्ता, साहित्यकार राजेश जैन, डॉ एस एस रावत, आचार्य भास्करानंद, डॉ प्रदीप अंथवाल, महेश गिरी, डॉ एम एम नौडियाल, जे के पैन्यूली, कुंज बिहारी सकलानी, नेहा ममगाई, प्रीति जुयाल, अंकिता, विशाखा आदि उपस्थित थे।