IAS प्रीति सूदन 1983 बैच की रिटायर्ड अधिकारी हैं
ई-सिगरेट को बैन करने में महत्वपूर्ण योगदान है प्रीति सूदन का
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने अपने नए चेयरपर्सन के नाम की घोषणा कर दी है। 1983 बैच की IAS अधिकारी प्रीति सूदन (Preeti Sudan) को UPSC का नया अध्यक्ष चुना गया है। सरकार की ओर से 29 जुलाई को जारी किये गये आदेश में कहा गया है, राष्ट्रपति ने UPSC की सदस्य प्रीति सूदन की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है, जो एक अगस्त, 2024 से अगले आदेश तक या 29 अप्रैल, 2025 तक, जो भी पूर्व हो, UPSC के अध्यक्ष के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगी।
1983 बैच की IAS अधिकारी प्रीति सूदन
प्रीति सूदन, आंध्र प्रदेश कैडर की (1983) बैच की रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप में उनका कार्यकाल जुलाई 2020 में खत्म हो गया था। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में काम करने के अलावा, प्रीति सूदन ने रक्षा मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन विभाग में काम किया है। वे अपने कैडर राज्य आंध्र प्रदेश में वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि की प्रभारी थीं। प्रीति सूदन ने वर्ल्ड बैंक के लिए सलाहकार के रूप में भी काम किया है।
बेटी बचाओ अभियान से लेकर ई-सिगरेट पर बैन
प्रीति सूदन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से अर्थशास्त्र में एम.फिल. और सामाजिक नीति और योजना में एम.एससी. की डिग्री हासिल की है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और आयुष्मान भारत जैसे प्रमुख कार्यक्रम के पीछे प्रीति सूदन का महत्वपूर्ण योगदान है। उनकी वजह से राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध जैसे महत्वपूर्ण कानून बनाए गए।