murder mystery काश, अंकिता का मन हम भी पढ़ पाते!


मैं जवाब देना चाहती हूं कि अंकिता वहां क्यों गई थीः अंजली

I want to answer that why did she go out
गंगा असनोड़ा

हम लोग सपने dream देखने से डरते हैं, लेकिन जिसने सपना देखा होता है, वही एक कदम आगे बढ़ाता है step forward. जिसने वह कदम आगे बढाया, उसका अंजाम आप लोगों ने देख लिया होगा। हम लोगों में से किसी में ऐसी हिम्मत नहीं है कि एक ऐसी जगह, जहां पानी लेने के लिए भी मीलों दूर जाना होता है, वहां से आगे आएं। वहां के रास्तों से निकलकर आगे आएं और अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर से बाहर निकलें। हम लोग जी लेते हैं बस इसी बात पर कि एक नौकरी मिल जाएगी और हमेशा यहीं रह लेंगे, पर आगे बढ़ने की कोशिश हम कभी नहीं करते।

ये बातें अंकिता को न्याय की लड़ाई में अपराधियों को राज्य से संरक्षण मिलने के बाबत अंकिता के माता-पिता के हालात को बयां करते हुए ग्रेजुएशन कर चुकी एक छात्रा ने गोला बाजार में कही। ये बातें कहते हुए इस छात्रा अंजली की आंखें नम थी, लेकिन दिल में तूफान उठ रहा था, यह उसकी आवाज और चेहरे पर उभरा क्रोध स्वयं बयां कर रहा था।

मैं जवाब देना चाहती हूं कि अंकिता वहां क्यों गई? जिसने अपनी मां को बचपन से काम करते हुए देखा इसलिए गई। जिसने अपने पिता को रोजगार के लिए हर रोज बहुत दूर तक पैदल चलते हुए देखा, इसलिए गई। सिर्फ अंकिता ही नहीं, यहां ऐसे कई सारे विद्यार्थी होंगे, जो इसीलिए इतनी दूर से आए होंगे और पढ़ते होंगे।

सुनने से कुछ नहीं होता। आजकल लोगों को बोल देना या सुनना पसंद है, पर करना पसंद नहीं है। करने से आप में बदलाव आता है। आपसे आपके घर में बदलाव आता है। आपके घर से जहां आप रहते हो, उस मुहल्ले में और फिर पूरे जिले में और फिर पूरे राज्य में और राज्यों से पूरे देश में बदलाव change in country आता है और जब पूरे देश में बदलाव आता है, तो पूरी दुनिया में बदलाव आता है।
यदि आप ऐसे ही सहते रहोगे, तो आपके भी सपने ऐसे ही मर जाएंगे, जैसे कि अंकिता के सपने मर गए। ऐसे ही बहुत सारी लड़कियों के सपने मर जाएंगे। लेकिन अंकिता के सपनों को हम नहीं मरने देंगे। ये जो यहां इतनी सारी भीड़ है, हम लोग हैं, ऐसे ही हम यहां नहीं खड़े हैं। मैं उनकी मम्मी से कहती हूं कि कभी मत कहना कि अंकिता थी, अंकिता है और हमेशा रहेगी। अंकिता हम सबके दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी।


जो लोग यह सवाल करते हैं कि अंकिता बाहर क्यों गई थी, उनको इस सवाल का जवाब अपनेआप मिल जाएगा, जब वो एक कदम बाहर रखेंगे। उन रास्तों से बाहर निकलोगे, जहां से स्कूल गए थे, जहां से आपने एक-एक दर्द झेला था। आप उन रास्तों से गुजरोगे, तब आपको पता चलेगा।

story of a mother
यह एक मां की कहानी नहीं है, यह हर उस मां की दर्द भरी दास्तां है, जो यह चाहती है कि मेरे बच्चे तरक्की करें। क्योंकि उनके साथ क्या घटित होता है, यह सब आपके सामने है।

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