सतपाल महाराज पहुंचे 18000 फीट की ऊँचाई पर कैलाश के दर्शन करने
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज राज्य के पहले ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने जनपद पिथौरागढ़ स्थित ओल्ड लिपुलेख दर्रे की 18000 फीट की ऊंचाई पर पहुंच कर कैलाश के दर्शन कर उत्तराखंड आने वाले शिव भक्तों को संदेश दिया है कि भगवान शिव के निवास कैलाश पर्वत के दर्शन के लिए अब उन्हें चीन जाने की आवश्यकता नहीं है।
राज्य के पर्यटन, संस्कृति, धर्मस्व, पंचायतीराज, लोक निर्माण, सिंचाई, जलागम एवं ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज जनपद पिथौरागढ़ भ्रमण के तहत धारचूला, गुंजी नाभीढांग (ओम पर्वत) होते हुए सोमवार को ज्योलिंगकोंग पहुंचकर ओल्ड लिपुलेख दर्रे की चोटी पर पहुंच कर भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश के दर्शन कर पूजा अर्चना की।
राज्य के पहले मंत्री जिन्होंने 18000 फीट की ऊँचाई पर पहुंच किए कैलाश के दर्शन
सतपाल महाराज राज्य के पहले ऐसे मंत्री बन चुके हैं जिन्होंने पिथौरागढ़ जनपद स्थित ओल्ड लिपुलेख दर्रे की 18000 फीट की ऊँचाई पर पहुंच कर कैलाश के दर्शन कर उत्तराखंड आने वाले शिव भक्तों को संदेश दिया है कि भगवान शिव के निवास कैलाश पर्वत के दर्शन के लिए चीन जाने की आवश्यकता नहीं है।
अब वह उत्तराखंड में आकर भी कैलाश के भव्य और दिव्य दर्शन कर सकते हैं। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत भी मौजूद रहीं।
ओल्ड लिपुलेख पास की पहाड़ी के ऊपर से पवित्र कैलाश पर्वत के दिव्य दर्शनों के दौरान श्री महाराज के साथ भारतीय सेना, आईटीबीपी और पुलिस के कई जवान भी मौजूद थे।
आदि कैलाश अब बना रहा यात्रियों की पसंद
महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अक्टूबर 2023 की सुबह जब से आदि कैलाश के दर्शन किये तब से बड़ी संख्या में शिव भक्त जोलिंगकोंग पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी यही से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास कर योग के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि 2019 से कैलाश मानसरोवर यात्रा बंद होने के कारण शिव भक्त कैलाश पर्वत के दर्शन नहीं कर पा रहे थे। इसलिए सरकार ने तय किया कि वह ओल्ड लिपूलेख दर्रे से उन्हें कैलाश के दर्शन करवायेंगे।