नीट परीक्षा में धांधली के बाद विवादोें में आया NTA
दो दिन पूर्व NTA के पूर्व निदेशक IAS सुबोध कुमार को हटाया
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया महानिदेशक बनाया गया है. हाल के दिनों में परीक्षाओं में अनियमितताओं के कारण केंद्र सरकार ने NTA के प्रमुख IAS सुबोध कुमार को उनके पद से हटा दिया और उनकी जगह प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का प्रमुख बनाया है.
1985 बैच के कर्नाटक कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा IAS अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला 2021 में नागरिक उड्डयन सचिव के पद से सेवानिवृत हुए थे.
इसके बाद मार्च 2022 में उन्हें राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (NRA) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वर्तमान में वह ITPO के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम करे हैं.
देहरादून गढ़ी कैट के रहने वाले हैं प्रदीप खरोला
प्रदीप खरोला देहरादून के गढ़ी कैट के रहने वाले हैं। प्रदीप खरोला का जन्म 1961 में देहरादून में ही हुआ था। उनके पिता बीबीएस खरोला सेना से ऑर्नरी लेफ्टिनेंट कर्नल पद से रिटायर थे।
प्रदीप सिंह खरोला ने इंदौर विश्वविद्यालय से 1982 में मैकेनिकल की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने IIT दिल्ली से 1984 में इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. यहां वह टॉपर रहे. वह फिलीपींस के मनीला स्थित एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से डेवलपमेंट मैनेजमेंट में मास्टर्स कर चुके हैं.
खरोला 2012-13 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहे. उन्होंने कर्नाटक में अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कापोर्रेशन (केयूआईडीएफसी)) का नेतृत्व भी किया है.
यह कापोर्रेशन शहरों में आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से धन जुटाता है. अपने लंबे करियर में प्रदीप खरोला के नाम शहरी शासन, शहरी सार्वजनिक परिवहन और नीति निर्माण का अनुभव दर्ज है.
ई.गवर्नेस राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित है प्रदीप खरोला
2012 में उन्हें ई-गवर्नेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. इसके अलावा, वर्ष 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार भी प्रदान किया गया. 2017 में एयर इंडिया का चैयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त होने से पहले वे बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम के प्रबंध निदेशक रहे।
अपने करियर में उन्होंने पर्यटन प्रबंधन, सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, औद्योगिक विकास, कर प्रशासन, शासन सुधार आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है. कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में उनके शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं.