रफ़्तार दुपहिया वाहन की भेंट चढ़ी एक और जिंदगी
गंगा असनोड़ा
श्रीनगर (गढ़वाल ) के जाने -माने आचार्य पंडित बुध्दि बल्लभ बहुगुणा जी के असमय निधन की सूचना से मन विचलित हो रहा है। जिंदगी और मौत से आठ दिनों तक जूझते हुए आज अंततः वे जिंदगी की जंग हार गये। हमारे बीच से एक ज्ञानी पंडित, पूर्व शिक्षक, श्रीनगर की श्री को जीवंतता प्रदान करने वाले आचार्य, किसी भी विषय पर बेबाक बोलने की क्षमता रखने वाले महापुरुष का असमय चले जाना श्रीनगर ही नहीं, वरन विद्वान समाज की बहुत बड़ी क्षति है। https://regionalreporter.in/uttrakhand-ka-balparv-fooldeyi/
व्यक्तिगत रूप से यह मेरी कुलपुरोहित के रूप में क्षति है।
एक तेज रफ्तार बाइक की चपेट में बीते शुक्रवार वे अपने घर के सामने ही आ गये। यह घटना श्रीनगर में तेज रफ्तार वाहनों पर उनिंदा पुलिस, प्रशासन और यातायात व्यवस्था की पोल खोलती है। जहां पर यह घटना हुई, वहाँ वहाँ पर बहुत चौड़ी सड़क है। इसके बावजूद तेज रफ्तार बाइक सवार ने न सिर्फ उनको गिरा दिया, बल्कि बाइक छिटककर उनके ही ऊपर आ गिरी, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई। सफल आपरेशन के बावजूद वे होश में नहीं आ सके, हालांकि दो दिन पूर्व उनके शरीर में कुछ हरकत होने का समाचार मिला था, जिससे उनके शुभचिंतक उनके शीघ्र स्वस्थ होने की उम्मीद लगा रहे थे।
अपने पीछे वे पत्नी, दो बेटों अभिषेक एवं अनूप , छोटे भाई कलिका प्रसाद बहुगुणा का भरा पूरा परिवार तथा बेटी डा. निधि को छोड़ गये हैं। ईश्वर पुण्य आत्मा को शांति एवं परिजनों व शोकाकुल श्रीनगर वासियों को यह असीम दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
बीते कई वर्षों से श्रीनगर में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होना बेहद अफ़सोस जनक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, काबीना मंत्री डा. धन सिंह रावत, जिलाधिकारी तथा प्रसाशक नगर निगर श्रीनगर गढ़वाल डा. आशीष चौहान, एस एस पी पौड़ी श्वेता चौबे, उपजिलाधिकारी नूपुर वर्मा व एस एच ओ श्रीनगर अब अवश्य चेतें। ताकि श्रीनगर में चलने वाले राहगीर तथा अन्य वाहन चालक सुरक्षित रहें।
रीजनल रिपोर्टर एवं क्लासिफाइड गढ़वाल परिवार श्रद्धांजलि मृतक आत्मा को अर्पित करता है।