सजा जनता दरबारः जनता ने ठीक से नहीं लगाई गुहार

नगर क्षेत्र में समस्याओं का अंबार
पेयजल, बिजली, सिंचाई, नालियां, स्वच्छता की शिकायतों से पटा दरबार
कई विभागों के अधिकारी आए और लौटे
गंगा असनोड़ा

श्रीनगर गढ़वाल के नगर निगम सभागार में शनिवार, 15 जून को काबीना मंत्री डा.धन सिंह रावत ने जनता दरबार सजाया। इस जनता दरबार से उन्हें उम्मीद थी कि वे अपने क्षेत्र की जनता की विभिन्न समस्याओं का निराकरण कर पाएंगे और उन्होंने शिद्दत से ऐसी कोशिश भी की, लेकिन जनता ने अपने काबीना मंत्री से ठीक से गुहार ही नहीं लगाई।

हालांकि अपनी ओर से काबीना मंत्री डा.धन सिंह रावत ने अपने सभी विभागों से जुड़ी मूल समस्याओं के निस्तारण पर जोर देते हुए अधिकारियों को मौखिक निर्देश दिए।
लगातार तीन घंटे तक चले जनता दरबार में विभागीय दस्तावेजों में दर्ज 127, जबकि गैर दर्ज अन्य दो शिकायतों को जोड़ कुल 129 शिकायतें मंत्रीजी के समक्ष पहुंची, लेकिन ये सभी शिकायतें बिजली, पेयजल, स्वच्छता, नालियों तथा सिंचाई से जुड़ी रही।

खिर्सू से भीम आर्मी के कुछ सदस्य अंबेडकर जी की मूर्ति के लोकार्पण न किए जाने तथा स्वीत गांव की कुछ महिलाएं समाज कल्याण विभाग की ओर से अपनी पेंशन न मिलने की शिकायत लेकर जरूर पहुंची। ताज्जुब तो तब हुआ, जब कुछ अधिकारी अपने स्थान से सरकते हुए यह कहते पाए गए कि चलो कुछ आगे बैठकर मंत्री जी को मुंह तो दिखा दें।
शनिवार को श्रीनगर में लगे जनता दरबार में अच्छी-खासी भीड़ जुटी। काबीना मंत्री डा.धन सिंह रावत कूल-कूल भी नजर आए। शिकायतकर्ताओं तथा अधिकारियों के साथ वे बिल्कुल सहज नजर आए। जो कोई भी अपनी समस्या रखता, उसके लिए बिल्कुल तत्पर, तत्क्षण आदेशित करते दिखाई दिए, लेकिन शिकायत करने वालों का मिजाज बस ऐसा था कि जैसे सभी शिकायतकर्ताओं को आने वाले समय में नगर निगम के चुनाव में ही खड़े होना हो। हर दूसरे शिकायतकर्ता के पास पेयजल संकट, कूड़े की गाड़ी, नालियां, बिजली के पोल ही शिकायत दर्शाते मिले। मंत्रीजी ने भी इन चारों विभागों को आदेशित एवं निर्देशित किया।

इन विभागों के हैं मंत्री
श्रीनगर विधान सभा के विधायक डा.धन सिंह रावत चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, उच्च शिक्षा, सहकारिता एवं प्रोटोकॉल मंत्री हैं। प्रोटोकॉल को छोड़ भी दिया जाए, तो आम जनता अन्य विभागों से जुड़ी अन्य समस्याओं के निस्तारण की बात कर सकती थी, लेकिन समाज कल्याण से जुड़ी एक समस्या के अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति मंत्री जी के विभागों से जुड़ी समस्या लेकर नहीं पहुंचा।

तहसील दिवसों पर आती रही हैं ऐसी समस्याएं
बीते वर्षों में सड़क, नालियां, पेयजल, सफाई से जुड़ी समस्याएं तहसील दिवस पर आती रही हैं, जिनका निस्तारण जिलाधिकारी करते रहे हैं। प्रदेश के अति महत्त्वपूर्ण विभागों के काबीना मंत्री डा.धन सिंह रावत अस्पताल, शिक्षा, उच्च शिक्षा तथा सहकारिता से जुड़ी समस्याओं का निराकरण कर सकते थे। जबकि सभी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद थे। कई विभागों के अधिकारी सुस्ताते नजर भी आए, लेकिन अधिकांश बिहारी के पौष माह की तरह कब आये और कब गये पता नहीं चला, क्योंकि उनके विभाग से जुडा कोई सवाल ही नहीं था।

जुलाई में फिर लगेगा जनता दरबार
शनिवार को मिली शिकायतों के चार दिन के भीतर निराकरण के आदेश देते हुए 19 जून को स्वयं समीक्षा बैठक करने की बात कही। काबीना मंत्री ने अगले माह जुलाई में पुनः जनता दरबार लगाए जाने की बात कही है। इस मौके पर नगर निगम प्रशासक एवं उप जिलाधिकारी नूपुर वर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र धीरवाण, भाजपा पूर्व मण्डल अध्यक्ष गिरीश पैन्यूली बन्नू, जितेंद्र रावत, पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत भंडारी, भाजपा से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।

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