रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में बढ़ते बिजली के दामों और भारी टैक्स का सामना कर रहे नागरिकों ने महंगाई के खिलाफ शुक्रवार को पाकिस्तान के पीओके में प्रोटेस्ट छेड़ दिया, जोकि शनिवार के दिन और भी अधिक हिंसक हो गया।
शुक्रवार को पथराव और झड़प में 11 पुलिसकर्मियों समेत 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए. POK की सरकार ने एएसी के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सभी जिलों में रैलियों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया और मुजफ्फराबाद में 20 मई को बंद का आह्वान किया गया।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने पूरे क्षेत्र में शनिवार को चक्का जाम और हड़ताल का ऐलान किया था। इस दौरान पुलिस और एएसी के बीच हिंसक झड़पें हुई, जिसमें सीने पर गोली लगने की वजह से एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई।
इसके बाद यह प्रदर्शन POK के दूसरे हिस्सों मे भी फैल गया। समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, तत्तापानी और हट्टियन बाला के लोग भी सड़क पर उतर आए। पुलिस ने सड़कों पर बैरिकेड लगा दिए।
POK में भड़की हिंसा
राज्य में विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम के ऐलान की वजह से ऑफिस, बाजार, स्कूल और होटल बंद रहे. विरोध प्रदर्शन के दौरान मीरपुर, भीमबार और कोटली इलाके से बड़ी संख्या में लोगों ने मुजफ्फराबाद की ओर मार्च किया.
यह विरोध प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. पुलिस प्रदर्शनकारियों का रास्ता रोकने के लिए तैनात थी,
जिस पर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों ने तैनात पुलिस पर गोलियां चला दीं, जिससे मीरपुर के सब-इंस्पेक्टर अदनान कुरेशी के सीने में गोली लग गई. अस्पताल ले जाने के बाद पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि तीन प्रदर्शनकारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए.
धारा 144 लागू
इस बीच, विरोध प्रदर्शन और गुस्साई भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने कोटली में आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए पथराव के दौरान कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी भी घायल हो गए. हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार सहित कई वाहनों को क्षतिग्रस्त भी कर दिया.
हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और POK में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया. शुक्रवार को पथराव और झड़प में 11 पुलिसकर्मियों समेत 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए
POK की सरकार ने एएसी के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सभी जिलों में समारोहों, रैलियों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया और पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी.