रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने के कारण 123 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर 12 जुलाई को सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्होंने इस मामले को सूचीबद्ध करने का निर्देश दे दिया है.
सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने यह याचिका दाखिल की है. याचिका में 5 सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी से सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में जांच कराने की मांग की गई है. इस घटना पर यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट करने की मांग की गई है. https://youtube.com/shorts/JINHtA1Nvy8?si=K2CkSdBFsjs2hsZq
याचिका में घटना के लिए जिम्मेदार लोगों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग भी की गई है. साथ ही ऐसे समारोह के आयोजनों के लिए एक गाइडलाइन बनाने की मांग की गई है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई थी. इस दौरान 123 लोगों की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. जांच करने वाली विशेष टीम एसआईटी ने राज्य सरकार को 300 पेज रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें आयोजकों के साथ ही अफसरों पर भी सवाल उठाए गए हैं.
कैसे हुआ था हादसा
2 जुलाई को हाथरस में बाबा साकार हरि यानी भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच जाने से 123 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. ये हादसा तब हुआ जब भोले बाबा की चरण रज के लिए भक्त एक जगह जुटे थे. इसी दौरान अचानक से भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए.
नतीजा यह रहा कि घटनास्थल पर लाशों का ढेर लगा नजर आया. घटनास्थल पर मरनवालों में सबसे ज्यादा महिलाएं शामिल थी. भगदड़ में कई अन्य लोग घायल हो गए. इसके बाद उन्हें उपचार के लिए भेज दिया गया था.