पीएमजीएसवाई के भीरी-डमार मोटर मार्ग पर मन्दाकिनी नदी पर निर्माणाधीन पुल का निर्माण कार्य पूरा करने की मांग को लेकर डमार के ग्रामीणों का आन्दोलन नौवें दिन भी जारी रहा।
कड़ाके की ठंड में भी ग्रामीण आन्दोलन स्थल पर डटे रहे। वहीं ग्रामीणों के आन्दोलन को विभिन्न गांवो के जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों व विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा अपना समर्थन दिया जा रहा है।
रोजमर्रा की सामग्री को ढ़ोने पड़ता है कई मील
आन्दोलन के नौवें दिन आन्दोलन स्थल पर ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया तथा वक्ताओं ने कहा कि विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण पुल का निर्माण कार्य वर्षों से अधर में लटका हुआ है, जिससे ग्रामीणों को यातायात सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

वक्ताओं ने कहा कि मन्दाकिनी नदी पर पुल का निर्माण कार्य अधर में अधर लटकने से ग्रामीणों को रोजमर्रा की सामाग्री को पीठ में ढ़ोकर पहुंचाना पड़ रहा है।
कहा कि यदि समय रहते मन्दाकिनी नदी पर अधर में लटके पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो ग्रामीण को आन्दोलन उग्र करना पड़ेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन व सम्बन्धित विभाग की होगी।
इस मौके पर संघर्ष समिति अध्यक्ष जगमोहन भण्डारी, पवन भण्डारी, रघुवीर सिंह नेगी, योगेन्द्र सिंह चौहान, पी डी सेमवाल, कविता रावत, रश्मि बिष्ट, शीला देवी, अनिता चौहान, सरिता चौहान, सुनीता चौहान, उमा चौहान, सीता भण्डारी, सुशीला नेगी, रविन्द्र चौहान, शिशुपाल चौहान, अनुज रावत, हिमन्त बिष्ट, गौरव सेमवाल, संजय बिष्ट, महेन्द्र भण्डारी, जहूर अहमद सहित सैकड़ों आन्दोलनकारी मौजूद रहे ।