इधर राज्यपाल ने नशे को बताया सबसे बड़ी चुनौती उधर वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर प्रशासन को बांटनी पड़ी शराब की दुकानें the Governor called drug addiction the biggest चैलेंज but the end of the financial year, the administration had to distribute liquor shops

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गंगा असनोड़ा

वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंतिम दिन 31 मार्च 2024 को उत्तराखण्ड के गढ़वाल और कुमाऊँ मण्डलों में नशे को लेकर दो अलग-अलग गतिविधियां सम्पन्न होती ज्ञात हुई। इनमें से एक गतिविधि में पौड़ी जिले के 13 दुकानों के लिए हुए आवेदनों पर कार्यवाही की गई, तो दूसरी गतिविधि में चम्पावत जिले के लोहाघाट में दो दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे उत्तराखण्ड के राज्यपाल से. लेफ्टिनेटि जनरल गुरमीत सिंह ने उत्तरारखण्ड बढ़ते नशे पर चिंता जाहिर की है।

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उत्तराखंड के गर्वनर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने कहा कि नशे के बढ़ते खतरे पर लगाम के लिए प्रभावी ढंग से काउंसलिंग जरूरी है। उन्होंने इसके लिए टीम वर्क से काम करने की जरूरत बताई। पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा और समाज कल्याण विभाग को बेहतर समन्वय के साथ समाज में फैल रहे नशे के जहर को मिटाने के लिए काम करने को कहा।

उनहोंने युवाओं को नशे के दलदल से निकलने और मानव तस्करी जैसे अनेक अपराधों की रोकथाम के लिए प्रशासन को तत्परता से काम करने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि समाज की सबसे गंभीर समस्या नशा है, इसके स्थाई समाधान के लिए सबको मिलकर काम करना होगा।

दूसरी ओर राज्यपाल द्वारा की गई तस्दीक पर वित्तीय वर्ष की समाप्ति की बाध्यता के चलते उत्तराखण्ड के सभी 13 जिलों में प्रशासन अपने-अपने जिलों में शराब की दुकानों के आवंटन को लेकर मुस्तैद रहा। आइए पौड़ी जिले की तस्वीर प्रस्तुत करते हैं।

विदेशी मदिरा की अवशेष 13 ऑफर वाली दुकानों हेतु आबकारी विभाग को 18 आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त आवेदनों को जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान, जिला आबकारी अधिकारी के0पी0 सिंह व अन्य अधिकारियों समेत आवेदनकर्ताओं की उपस्थिति में खोला गया। प्राप्त आवेदनों की जांच पड़ताल करने के उपरांत इसे स्वीकृति हेतु आबकारी आयुक्त को भेजा गया। यहां बता दे कि जनपद में 44 विदेशी मदिरा की दुकानों में से 04 प्रथम चरण की लॉटरी में आवंटित हुई जबकि 27 दुकानों को नवीनीकृत की गयी। शेष 13 दुकानों के लिए आवेदन प्राप्त नहीं हुए थे जिस कारण इन दुकानों के लिए ऑफर देते हुए आवेदन आमंत्रित किये गये थे। प्राप्त 18 आवेदनों को आवेदकों के सामने खोलकर निरीक्षण करने के उपरान्त इसे स्वीकृति हेतु आबकारी आयुक्त को भेजा गया।

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