कीर्तिनगर की चार महिलाओं को गुलदार ने किया घायलग्रामीण गुस्से में Guldar injured four women of Kirtinagar. Villagers got angry.

A Leopard Attack in tihri garhwal kirtinagar

गुलदार के हमलों से दहशत में हैं लोग
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो

उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में आए दिन वन्यजीवों के हमलों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड का है, जहां गुलदार ने एक साथ तीन लोगों पर हमला किया है।


टिहरी जिले के कीर्तिनगर प्रखंड में गुलदार का आतंक कम नहीं हो रहा है। गुरुवार 22 फरवरी को भी गुलदार ने नैथाणा गांव की तीन महिलाओं पर हमला किया।गुलदार के हमले से तीनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें ग्रामीणों ने श्रीकोट स्थित बेस अस्पताल पहुंचाया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।

ग्राम प्रधान रानीहाट संजय रावत कि मल्ला नैथाणा में घास लेने गई नैथाणा गांव की 30 वर्षीय सुमित्रा देवी पुत्री सुदामा सिंह चौहान तथा 27 वर्षीय उसकी भाभी मेघना पत्नी भीम सिंह सिर पर घास लेकर घर वापस लौट रहे थे कि ठीक दोपहर 12.45 बजे रास्ते में लेटे गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। दोनों महिलाएं गुलदार के हमले से घायल हो गईं। सुमित्रा के हाथ में गहरी चोट आई है, जिसके लिए उनका उपचार कर रहे डॉक्टर ने उन्हें ऑपरेशन की जरूरत बताई है।
करीब डेढ़ घंटे के बाद अपने घर के पास घास का प्रखुण्डा लगा रही 60 वर्षीय सम्पत्ति देवी पर भी यह गुलदार झपट पड़ा और उनके हाथ में घाव दे गया।

इसके एक घंटे बाद ही चौथी घटना उक्त स्थान से करीब एक – डेढ़ किमी. की दूरी पर ही बताई जा रही है, जहां एक सन्यासिन (माई ) को गुलदार ने निशाना बनाया और घायल कर दिया।

ग्राम प्रधान रानीहाट संजय रावत, नैथाणा की ग्राम प्रधान आशा देवी, भाजपा महामंत्री कीर्तिनगर कैलाश भट्ट, पूर्व प्रधान केवल सिंह कथैत, विनोद सिंह नेगी, राजेश नेगी तथा परिजनों ने कहा कि एक ही दिन ने गुलदार ने चार महिलाओं पर हमला किया है। उन्होंने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने के लिए इलाके में पिंजरा लगाने की मांग की है।

कीर्तिनगर वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी बुद्धि प्रकाश ने बताया कि पूर्व में गुलदार की चहलकदमी को देखते हुए वन विभाग की टीम पहले से ही जंगल में सर्च आपरेशन चला रही थी। आज भी घटना स्थल से कुछ ही दूर पर वन विभाग के कर्मचारी गश्त कर रहे थे। पिंजरा लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।

बेस अस्पताल के एमएस डॉक्टर अजय विक्रम ने बताया कि चारों महिलाओं की हालत खतरे से बाहर हैं।

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