विकासखंड अगस्त्यमुनि के अंतर्गत कोट-मल्ला निवासी प्रख्यात पर्यावरणविद् जगत सिंह चौधरी को पांच फरवरी को कर्नाटक में राष्ट्रीय भारत गौरव पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
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जगत सिंह चौधरी को यह पुरस्कार दक्षिण भारत की भारत विकास संगम की ओर से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए प्रदान किया जा रहा है।
उत्तराखंड से पर्यावरण के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए जगत सिंह चौधरी को भारत गौरव पुरस्कार दिया जा रहा है।
दक्षिण भारत के कर्नाटक में भारत विकास संगम की ओर से 26 जनवरी से 6 फरवरी तक भारतीय संस्कृति उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इससे पूर्व जगत सिंह चौधरी को 36 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है, जिसमें राष्ट्रीय इंदिरा गांधी वृक्षमित्र पुरस्कार, एशिया प्राइड अवॉर्ड, आर्यभट्ट अवॉर्ड, ग्रीन एंबेसडर ऑफ इंडिया, उत्तराखंड गौरव, पर्यावरण श्री सहित अन्य पुरस्कार शामिल हैं।
जगत सिंह जंगली ने तैयार किया मिश्रित वन
भारत विकास संगम संस्थान इस पुरस्कार के माध्यम से सामान्य लोगों को प्रोत्साहित करना है, ताकि वे अपने प्रयासों से असाधारण कार्य कर सकें।
बता दें जगत सिंह चौधरी बीते पांच दशकों से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत हैं। उन्होंने एक लाख वृक्षों का मिश्रित वन मॉडल तैयार कर वानिकी में एक नया सफल प्रयोग प्रस्तुत किया है।
जगत सिंह पर्यावरण की पाठशाला अभियान के तहत देश भर के 50 हजार छात्रों को पर्यावरण संरक्षण का ज्ञान साझा कर रहे हैं।
जल संरक्षण के क्षेत्र में चाल-खाल तथा पारंपरिक जल संरक्षण प्रयोग के माध्यम से कार्य कर रहे हैं। जगत सिंह ने बंजर जमीन पर 5 लाख से ज्यादा पेड़ लगाए हैं।
![Environmentalist Jagat Singh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/21-01-2025/uk-rpg-02-national-award-dry-uk10030_21012025101103_2101f_1737434463_395.jpg)