Haryana Youth Died in Russia: मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि उनके बेटे को जबरन रूस की सेना में शामिल कर यूक्रेन के खिलाफ जंग में भेजा गया। जिसमें उसकी मौत हो गई। 22 वर्षीय रवि मौन कैथल जिले के मटौर गांव का रहने वाला था। भारतीय दूतावास ने रवि के परिवार को मौत की पुष्टी करते हुए लेटर भेजा है। हालांकि उसमें इस बात का जिक्र नहीं है कि रवि की मौत किन परिस्थितियों में हुई।
रोजगार की तलाश में गया था रवि मौण
इसी साल जनवरी में रवि मौण गांव के अन्य 6 युवकों के साथ रोजगार की तलाश में विदेश गया था। वहां एजेंट ने उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर रूसी सेना में भर्ती करा दिया। रवि के परिवार का कहना है कि रवि के शव की पहचान के लिए दूतावास ने उसकी मां की DNA रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन साल 2018 में ही रवि की मां की मौत हो चुकी है, जिसके चलते परिवार जल्द ही पिता की DNA रिपोर्ट दूतावास को भेजने की कोशिश कर रहा है।
कैथल पुलिस ने एक एजेंट को किया गिरफ्तार
रवि के परिवार का आरोप है कि उन्हें उसके रूसी सेना में शामिल होने के बारे में पहले कोई जानकारी नहीं थी। परिवार का कहना है कि रवि को धोखे से रूस की सेना में शामिल कराया गया है। इस पूरे मामले के बाद एजेंट्स को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि किस तरह से वो भोले-भाले युवाओं को रोजगार के नाम पर युद्ध की आग में झोंक रहे हैं। वहीं कैथल पुलिस ने इस मामले में एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सत्यवान के तौर पर हुई है जो मृतक रवि मौण के ही गांव का रहने वाला है।
रवि के परिवार ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया है कि वो शव को भारत वापस लाने में उनकी मदद करें। बता दें, इससे पहले जून में विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के साथ जंग में रूसी सेना में भर्ती हुए दो भारतीयों की मौत की पुष्टि की थी। वो सूरत और हैदराबाद के रहने वाले थे।