दवाओं के लिए यहां-वहां भटकते रहे तीमारदार और मरीज
श्रीनगर की आठ दवा दुकानों की खरीद-बिक्री पर रोक का मामला
गंगा असनोड़ा
औषधि नियंत्रक विभाग की ओर से बीते दिवस मंगलवार को श्रीनगर के मेडिकल स्टोरों में औचक निरीक्षण किया। इस कार्रवाही में श्रीनगर के आठ औषधि विक्रेताओं पर मेडिकल डिवाइस की बिक्री के लिए अलग से लाइसेंस न होने पर अग्रिम आदेशों तक खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी। अचानक हुई इस कार्रवाही के विरोध में बुधवार को श्रीनगर तथा श्रीकोट के सभी औषधि विक्रेताओं ने उक्त रोक हटाए जाने तक सभी दुकानें बंद कर दी हैं। परेशान रोगी बुधवार को दवाइयों के लिए यहां-वहां भटकते रहे। https://regionalreporter.in/siddharth-law-collage-me/
ड्रगिस्ट एंड कैमिस्ट एसोसिएशन ने बैठक कर स्वास्थ्य मंत्री डा.धन सिंह रावत से उक्त मामले में दखल करने तथा औषधि विक्रेताओं को मेडिकल डिवाइस का लाइसेंस लिए जाने को समय देने का आग्रह किया है। मंगलवार को औषधि नियंत्रक विभाग की ओर से संयुक्त अस्पताल के आसपास आठ दुकानों को औचक निरीक्षण किया गया। गौरतलब है कि वर्ष 2022 में मेडिकल स्टोर्स के लिए यह शासनादेश जारी हुआ था कि उन्हें अपनी दुकानों में मेडिकल डिवाइस की बिक्री के लिए अलग से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। इस आदेश को जारी कर प्रशासनिक तौर पर लागू कराना सरकार और प्रशासन दोनों ही भूल गए।
अचानक मंगलवार को उत्तराखंड के श्रीनगर शहर में आठ दुकानों पर वरिष्ठ औषधि निरीक्षक चंद्र प्रकाश नेगी की अगुवाई में निरीक्षण किया गया और आठ दुकानों को सीलबंद कर अग्रिम आदेशों तक खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी गई।
विभाग की इस कार्रवाही से नाराज श्रीनगर व श्रीकोट के ड्रगिस्ट एंड कैमिस्ट एसोसिएशन ने बुधवार को बैठक कर इस तरह दुकानों की खरीद व बिक्री पर रोक की कड़ी भर्त्सना की है। इस संदर्भ में चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डा.धन सिंह रावत से दखल का निवेदन करते हुए लाइसेंस लेने के लिए कुछ समय की छूट दिए जाने तथा रोक लगाई गई आठों दुकानों को खोलने की अनुमति दिए जाने की मांग की है।