गंगा असनोड़ा
किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए उसके राज्य का हित ही सर्वोपरि होता है, लेकिन उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी एवं कई अन्य सेलिब्रिटीज के आह्वान पर रविवार 24 दिसंबर की रैली के लिए की गई कॉल से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी परेशान तो अवश्य हैं। उन्हें यह बयान देना पड़ा है कि उनके लिए राज्य हित सर्वोपरि है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यवासियों ने जिस संकल्प के साथ राज्य निर्माण का सपना देखा है, उसे पूर्ण करने के लिए वे निरंतर प्रयासरत हैं। https://regionalreporter.in/paryavaran-ki-vastvik-prayogshala/
रैली के दबाव में ही भूकानून तथा मूल निवास पर की समिति गठित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य के व्यापक हित में पूर्व में गठित भू-कानून समिति की अनुशंसा पर कार्यवाही हेतु शासनादेश सं0 2232 दिनांक 22 दिसम्बर, 2023 द्वारा उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति राज्य सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले भू-कानून के प्रारूप के साथ ही साथ मूल निवास प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में मानकों का निर्धारण करने के संबंध में भी अपनी संस्तुति शासन को उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त होने के बाद उसी वर्ष अगस्त माह में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था। समिति को राज्य में औद्योगिक विकास कार्यों हेतु भूमि की आवश्यकता तथा राज्य में उपलब्ध भूमि के संरक्षण के मध्य संतुलन को ध्यान में रख कर विकास कार्य प्रभावित न हों, इसके दृष्टिगत रखते हुए विचार-विमर्श कर अपनी संस्तुति सरकार को उपलब्ध कराने को कहा था, जिसने आज तक कोई संस्तुति सरकार को नहीं दी और सरकार भी इस पर मौन साधे रही, लेकिन अब 24 दिसंबर को देहरादून में आयोजित रैली ने सरकार बहादुर को पशोपेश में डाल दिया है। आनन-फानन में ही यह समिति गठित की गई है।