अभिरेख अरुणाभ
आज 11 वें दिन उत्तरकाशी के कलेक्ट्रेट परिसर में चल रही जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई “गाँव बचाओ आन्दोलन” (ग्राम स्वराज की स्थापना के लिए एकजुट हुए गाँवों का जनसंगठन) की मुहीम में कई गाँव शामिल हो गए।
इस ज्येष्ठ के महीने में जब ग्रामीण अपने खेतों में रोपाई में व्यस्त हैं, उसी बीच ग्रामीणों ने अपने गाँवों में हुए जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ने का मन भी बना लिया है और कमर कस ली है।
पनोथ (भंडारस्यूं), खालसी (चिन्यालीसौड़), कंवा, खरवां (चांदपुर) बरसाली, मांडौं, मानपुर, गिव्डा (बाड़ागड्डी) के ग्रामीण “गाँव बचाओ आन्दोलन” में शामिल हुए और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया।
गौरतलब है कि पुनाथ गाँव में 1.69 करोड़ की जल जीवन मिशन के तहत रुपए खर्च किए जा चुके हैं लेकिन पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। इसी तरह तोलीगाड (बोंगा) खालसी, कती, माँडौं, मानपुर, गिण्डा, खरवां आदि सभी जगह जल जीवन मिशन के तहत लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं लेकिन सभी गाँवों में पानी की समस्या वैसी ही बनी हुई है जैसे पहले थी। आज एक गाँव डांग द्वारा शुरू किए गए संघर्ष में अब कई अन्य गाँव शामिल हो चुके हैं।
जनसंगठन के अब देखना होगा कि “गाँव बचाओ आन्दोलन” बढ़ते विस्तार और ग्रामीणों की भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत होती लड़ाई और संघर्ष से कब जिला प्रशासन की नींद खुलेगी और कब वो वग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण करता है।