हल्द्वानी बाल लेखन कार्यशाला Haldwani Children’s Writing Workshop

बच्चों ने जानी निबंध लेखन
की बारीकियां

हल्द्वानी किताब कौतिक आयोजन समिति, बालप्रहरी तथा भारत ज्ञान विज्ञान समिति नैनीताल के संयुक्त तत्वावधान में एच एन इंटर कालेज हल्द्वानी में आयोजित बाल लेखन कार्यशाला के दूसरे दिन सत्र का औपचारिक उद्घाटन किताब कौथिग के संयोजक दयाल पान्डे ने किया. उन्होंने बच्चों से कहा कि वे अपने अन्दर दबी हर तरह का रचनात्मकता को बाहर लाने में झिझकें नहीं. वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन रौतेला व साहित्यकार मंजू पान्डे उदित ने बच्चों को निबंध लेखन की बारीकियों को समझाया और बताया कि निबंध कैसे और किन विषयों पर लिखा जाता है।    
  इस सत्र में सबसे पहले बच्चों से हॉल में उपलब्ध सामान में से किसी एक पर निबंध लिखने को कहा गया। बच्चों ने दरी, छत, कुर्सी, पंखे तथा बस्तें आदि विषयों पर निबंध लिखा। निबंध सत्र में बालप्रहरी संपादक तथा कार्यशाला के मुख्य संयोजक उदय किरौला ने कहा कि निबंध साहित्य की वह विधा है, जिसके लेखन में कोई बंधन नहीं होता है। उन्होंने कहा कि नि का आशय नहीं तथा बंध का आशय बंधन से है। पेन पर निबंध लिखने के लिए उन्होंने कहा कि पैन की पृष्ठभूमि, आकार प्रकार, भाग, उपयोगिता ,लाभ हानि तथा अंत में उपसंहार लिखा जाना  चाहिए । इसके बाद बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए मन पसंद विषय पर निबंध तैयार किया. 

इसके बाद हर्षिता रौतेला, अरसान अंसारी ने विगत दिवस की रिपोर्ट प्रस्तुत की. बच्चों ने नुक्कड़ नाटक विधा को भी समझा। नुक्कड़ नाटक में प्रतिभाग करने के इच्छुक बच्चों का चयन किया गया। बच्चों से तत्काल समूह में 10 मिनट में कोई नाटक प्रस्तुत करने को कहा गया। बच्चों ने सब्जी मंडी विषय पर अपना नाटक प्रस्तुत किया। उसके बाद बच्चों को नाटक की विस्तृत जानकारी दी गई।
बाल कवि सम्मेलन के लिए कवियों का चुनाव किया गया। बच्चों को कविता लेखन के लिए अलग-अलग विषय दिए गए। कवि सम्मेलन में अधिक बच्चों की संख्या को देखते हुए आयोजकों ने कवि बनने के लिए साक्षात्कार लिया। कवि बनने के लिए साक्षात्कार के तहत नृत्य कराया गया। बाद में बाल कवि सम्मेलन के लिए संचालकों का चुनाव खुले मतदान के आधार पर किया गया। जिसमें डोली सक्सेना, अंजना भट्ट संचालक तथा डोली बोहरा को अध्यक्ष चुना गया। अपनी हस्तनिखित पुस्तक के लिए बच्चों ने निबंध, मेरे जीवन की घटना, चुटकुले तथा पहेलियां तैयार की। बाल कवि सम्मेलन, नुक्कड़ नाटक तथा समूह गीत के अलग अलग समूहों में बतौर संदर्भदाता डॉ. शैलेन्द्र धपोला (वरिष्ठ प्रवक्ता डायट भीमताल), जगमोहन रौतेला, मंजू पान्डे उदिता, दीया आर्या, लोकेशना मिश्रा, डॉ. अंजू भट्ट ने सहयोग किया। इस दौरान एचएन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य भगवान सिंह सामन्त, बीना फुलेरा, हरिहर लोहनी, मंजूला डालाकोटी, बिपिन पान्डे भी मौजूद थे.
कार्यशाला में बच्चों को तोता कहता है, जैसा मैं कहूं, कितने भाई कितने, कितना बड़ा पहाड़, पिज्जा हट आदि खेल कराए गए। खेल के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण, घर का बना भोजन करने तथा फास्टफूड से बचने के लिए प्रेरित किया गया।

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