मौसम विभाग केंद्र ने जारी किए येलो और ऑरेंज अलर्ट
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
राज्य में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। मैदानी इलाकों में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज भी राज्य में भीषण गर्मी रहेगी जिससे लोगों को हीटवेव से परेशान रहना होगा, अधिकांश जनपदों में हीटवेव का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य में 25 जून के आस-पास मानसून दस्तक दे सकता है। जबकि 18 जून से प्री-मानसून का दौर चलेगा जिसमें की पहाड़ से लेकर मैदान तक हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डाॅ. विक्रम सिंह ने बताया कि 14 जून को प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहेगा वहीं राज्य के अधिकांश मैदानी इलाकों में गर्म हवाएं चलने से हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी। 14, 15 व 16 में बारीश की कोई संभावना नहीं है।
उन्होंने बताया 15 जून से राज्य के पर्वतीय जनपदों में मौसम में आंशिक तौर पर बदलाव होगा। वहीं 17 जून को राज्य के सभी जनपदों में बारिश होने की संभावना है इस दौरान 40 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है, उन्होंने बताया इस बारिश से तापमान में गिरावट आने से गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक आज शुक्रवार 14 जून को राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और बागेश्वर जिले में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की संभावना है जबकि निचले इलाकों में झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं।
वहीं दूसरी ओर हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, चंपावत, उधम सिंह नगर, टिहरी और अल्मोड़ा के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी को लेकर हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार कुछ मैदानी इलाकों में तापमान 43 डिग्री के पार होने की संभावना है।
कब जारी होता है येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट
मौसम विभाग हर मौसम के हिसाब से तीन अलर्ट जारी करता है। येलो, ऑरेंज, और येलो अलर्ट। इनके अलावा ग्रीन अलर्ट का मतलब है कि अब मौसम ठीक हो चुका है, आपको अब मौसम से जुड़ा कोई भी खतरा नहीं है। आइए जानते हैं रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट को।
येलो अलर्ट
मौसम विभाग जब येलो अलर्ट जारी करता है, ये सर्तक रहने की चेतावनी होती है जिसका मकसद वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है। इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम पर लगातार कड़ी नजर रखी जाती है।
ऑरेंज अलर्ट
मौसम ज्यादा खराब होने की स्थिति में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। आपको सर्तक रहने के साथ इधर-उधर जाने से भी बचना चाहिए और अगर जाना जरूरी हो तो अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है।
रेड अलर्ट
रेड अलर्ट जारी करने का मतलब होता है कि जान माल को क्षति पहुंच सकती है। बारिश के मौसम में अगर रेड अलर्ट जारी हो तो इसका साफ संकेत होता है बाढ़, तूफान या नुकसानदेह बारिश की चेतावनी है, इसलिए जरूरी इंतजाम कर लेनी चाहिए।