रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
पेरिस पैरालंपिक में सोमवार, 2 सितंबर का दिन बेहद खास रहा। भारतीय एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक ही दिन में 2 गोल्ड समेत कुल 8 मेडल अपने नाम किए। इससे पहले भारत ने 1 सितंबर तक 7 पदक जीते थे। अब भारत के कुल पदकों की संख्या 15 हो गई है।
पैरा बैडमिंटन में नितीश कुमार ने भी दमदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने ब्रिटिश पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी डैनियल बेथेल को पुरुष एकल एसएल3 वर्ग के पदक मुकाबले में 21-14, 18-21, 23-21 के स्कोर से हरा दिया।
भाला फेंक में सुमित अंतिल ने लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता। देर रात सुमित अंतिल ने F64 मेंस जैवलिन इवेंट में सुमित अंतिल अपने गोल्ड मेडल को डिफेंड करने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने टोक्यो के बाद अब पेरिस पैरालंपिक में वो भारत के लिए गोल्ड जीता है।
योगेश कथुनिया ने सोमवार, 2 सितंबर को दिन की शुरुआत सिल्वर मेडल से की। उन्होंने मेंस डिस्कस थ्रो एफ-56 इवेंट में कमाल का प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता है। योगेश ने 42.22 मीटर के अपने सीजन के सबसे बेस्ट प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता।
22 वर्षीय तुलसीमति मुरुगेसन भारत की पहली महिला पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने देश को सिल्वर मेडल जिताया है। ये किसी भी भारतीय महिला पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी का पैरालंपिक में बेस्ट प्रदर्शन है।
मनीषा रामदास ने डेनमार्क की तीसरी वरीय कैथरीन रोसेनग्रेन को 21-12 और 21-8 से हराकर कांस्य पदक जीता। एसयू5 वर्ग उन खिलाड़ियों के लिए है जिनके ऊपरी अंगों में विकार है। यह खेलने वाले या फिर दूसरे हाथ में हो सकता है।
सुहास यथिराज ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स के एसएल4 वर्ग में सिल्वर मेडल जीत लिया है। वह पैरालंपिक के इतिहास में बैडमिंटन में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं। फाइनल मुकाबले में उन्हें फ्रांस के लुकास मजुर से हार झेलनी पड़ी है। उन्होंने मैच 9-21, 13-21 से गंवाया है और रजत पदक से संतोष करना पड़ा है।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में नित्या श्री सिवन ने बैडमिंटन के वुमेंस सिंगल्स के एसएच 6 वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल के मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने इंडोनेशिया की रीना मारलीना को एक भी चांस नहीं दिया। नित्या श्री सरन ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबला 21-14, 21-6 से अपने नाम किया और कुल 23 मिनट में ही मैच जीतकर पदक हासिल कर लिया।
शीतल और राकेश को आर्चरी में जीता ब्रॉन्ज
भारतीय तीरंदाज शीतल देवी और राकेश कुमार की जोड़ी ने मिक्स्ड टीम कंपाउंड ओपन तीरंदाजी इवेंट के सेमीफाइनल में हारने की निराशा से उबरते हुए इटली के मातेओ बोनासिना और एलेओनोरा सारती को 156-155 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। भारत के लिए पैरालंपिक में आर्चरी का मेडल इससे पहले सिर्फ हरविंदर सिंह ने तीन साल पहले टोक्यो में ब्रॉन्ज जीता था। इस बार शीतल आर्चरी में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।