राष्ट्रीय हार्टिकल्चर बोर्ड के नवयुनिक्त निदेशक ने की पत्रकार वार्ता
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
भारत सरकार में राष्ट्रीय हॉर्टिकल्चर बोर्ड के निदेशक वीरेंद्र जुयाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है, जिस क्षेत्र में उत्तराखंड के भीतर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर मिली इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए पहले अपने घर यानि उत्तराखंड से पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें स्थानीय नागरिक, सरकार तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के सहयोग की जरूरत होगी। कहा कि मैं बीते 2016 से अपनी जन्मस्थली कड़ाकोट में रह रहा हूं। अपनी जड़ों से मेरा लगाव बचपन से ही रहा, इसी कारण मात्र 18 वर्ष की आयु में मैं राज्य प्राप्ति पर्वतीय राज्य की मांग के लिए जेल में भी रहा।
राष्ट्रीय हार्टिकल्चर बोर्ड सीधे तौर पर किसी भी सरकार के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करता। यह भारत सरकार का एक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स है। इसके नीचे भी एक कार्यदायी संस्था है, जो सभी राज्यों से संपर्क करती है। कृषि क्षेत्र में किसी भी स्टार्टअप अथवा प्रोजेक्ट को धरातल पर लागू कराने के लिए यह बोर्ड मददगार साबित होगा। यदि इन परियोजनाओं को लागू करने में कोई दिक्कत आ रही है, तो यह बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स बैठक करके उन समस्याओं के निराकरण के लिए नीति निर्धारित करेंगे।
कहा कि फल, फूल, कोल्ड स्टोरेज, सब्जियां, पॉली हाउस समेत कृषि से जुड़े विभिन्न कार्य किए जा सकते हैं। भूमि की पैमाइश, अपनी पूंजी और किसी परियोजना का विचार आपके पास है, तो आप बोर्ड की मदद लेकर बड़े अथवा छोटे प्रोजेक्ट पर कार्य कर सकते हैं।
इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष जीतेंद्र धीरवाण, श्रीनगर व्यापार संघ अध्यक्ष दिनेश असवाल, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष वासुदेव कंडारी, मंडल महामंत्री सौरव पांडे समेत कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर मंडल उपाध्यक्ष दिनेश पटवाल, कार्यक्रम संयोजक विनय घिल्डियाल, प्रदीप जखमोला, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष ऊषा कंडारी, महामंत्री उमा गुनसोला, पंकज सती आदि उपस्थित रहे।