सीएम ने शैलेश मटियानी पुरस्कार राशि की धनराशि 10 हजार से बढ़ाकर की 20 हजार
अतिथि शिक्षिकाओं मिलेगा मातृत्व अवकाश
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए है। इस मौके पर उत्तराखंड सरकार ने भी गुरुवार, 5 सितम्बर को देहरादून राजभवन में शिक्षकों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया और बेहतरीन काम करने वाले शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने 19 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजभवन में शिक्षकों को पुरस्कृत करते हुए इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुरस्कार की राशि 10 से बढ़ाकर 20 हजार रुपये की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल युग में शिक्षकों की भूमिका बढ़ गई है। तकनीकी विकास और वैश्वीकरण के दौर में शिक्षक और छात्रों को संस्कृति से जोड़ने का कार्य करते हैं। सरकार शिक्षकों की भूमिका को समझती है। जो उनके सम्मान के लिए कटिबद्ध है। शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के लिए विशेष योजनाएं शुरू की गई हैं।
शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षक अन्य लोगों को भी प्रेरणा देंगे, जो समाज के लिए रोल मॉडल हैं।
शिक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है: राज्यपाल
उत्तराखंड के राज्यपाल और पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा, “आज हमें गर्व है कि उत्तराखंड ने शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने शिक्षकों को सम्मानित किया है। यह कदम हमारे भविष्य के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है राष्ट्र के विकास में, और आज हमने अपने शिक्षकों के योगदान को स्वीकार किया है। यह मान्यता भविष्य में सकारात्मक प्रभाव और परिणाम लाएगी।”
इन शिक्षकों को मिला शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार
प्रारंभिक शिक्षा में चमोली से कुसुमलता गडिया, पौड़ी जिले से नफीस अहमद, देहरादून से सुमन चमोली, टिहरी गढ़वाल से कंचन बाला, उत्तरकाशी से कुसुम चौहान, रुद्रप्रयाग से अरुणा नौटियाल, बागेश्वर से नरेंद्र गिरी, नैनीताल से डाॅ. भावना पलड़िया, चंपावत से खड़क सिंह बोरा, पिथौरागढ़ से चंद्रशेखर जोशी, अल्मोड़ा से राम सिंह को सम्मानित किया गया।
माध्यमिक शिक्षा में नैनीताल से डाॅ. प्रदीप कुमार उपाध्याय, पौड़ी से दौलत सिंह गुसांई, हरिद्वार से राजेंद्र कुमार, ऊधमसिंह नगर से डाॅ. मधुसूदन मिश्र, चंपावत से श्याम दत्त चौबे, प्रशिक्षण संस्थान में पौड़ी से डाॅ. नारायण प्रसाद उनियाल को पुरस्कृत किया गया।
वहीं, वर्ष 2018 के पुरस्कार से अल्मोड़ा के नृपेंद्र कुमार जोशी और वर्ष 2022 के पुरस्कार से नैनीताल के डाॅ. देवेंद्र प्रसाद हर्बोला को पुरस्कृत किया गया।
अतिथि शिक्षिकाओं मिलेगा मातृत्व अवकाश
प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग के तहत कार्यरत अतिथि शिक्षिकाओं को मातृत्व अवकाश मिलेगा। शिक्षिकाओं के लिए 180 दिन का अवकाश स्वीकृत किया गया है। शिक्षा सचिव रविनाथ रामन ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
प्रदेश के अतिथि शिक्षक संघ की ओर से पिछले काफी समय से अतिथि शिक्षिकाओं को मातृत्व अवकाश दिए जाने की मांग की जा रही थी। कैबिनेट में इसके प्रस्ताव के बाद अब शासन की ओर से आदेश जारी किया गया है।
आदेश में कहा गया है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग के तहत नियत वेतन पर कार्ययोजित अतिथि शिक्षिकाओं को इसका लाभ मिलेगा। शासन के आदेश के बाद शिक्षा महानिदेशालय की ओर से भी इस संबंध में निदेशक माध्यमिक शिक्षा और सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है।