आखर चैरिटेबल ट्रस्ट की पहल पर तीन वर्षों से दिया जा रहा सम्मान
स्व.नेगी की धर्मपत्नी विमलेश्वरी नेगी हैं ट्रस्ट की संरक्षक
विद्यालयी शिक्षा एवं विज्ञान-गणित शिक्षण के नवाचारी एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित आदर्श शिक्षक स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी पूर्व प्रधानाचार्य रा.उ.मा.वि. मंजाकोट, चौरास,टि.ग. की जयन्ती के उपलक्ष्य में ”आखर चैरिटेबल ट्रस्ट“ द्वारा अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, श्रीनगर गढ़वाल में विगत वर्षों की भांति स्व.नेगी जी पर केंद्रित व्याख्यान कार्यक्रम एवं आखर विज्ञान शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर शैक्षणिक तथा सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट पहचान रखने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी की जयंती पर विज्ञान शिक्षक राजेश चमोली को स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति आखर विज्ञान शिक्षक सम्मान 2023 प्रदान किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि मोटिवेटर और गढ़वाल विवि में गणित विभाग के पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो.डीएस नेगी ने कहा कि क्षमताएं अनंत होने के बावजूद हम अपनी क्षमताओं को कम आंकते हैं। बड़ी सफलताओं के लिए छोटे कदम जरूरी हैं। बड़ी छलांग लगाने से ही मंजिलें नहीं मिलती, लेकिन सकारात्मक सोच और निरन्तर प्रयास हमें सफल बनाते हैं। हमें जीवन में जो चाहिए, उसकी साफ-सुथरी छवि हमारे दिमाग में बनानी चाहिए। अपने भीतर सकारात्मक सूचनाओं को ही ग्रहण कीजिए। गणित और विज्ञान के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी जी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि समाज को दिया गया उनका योगदान सदैव प्रेरणास्पद रहेगा।

अति विशिष्ट अतिथि डा.प्रदीप अंथवाल ने कहा कि स्व.नेगी ने शिक्षा के क्षेत्र में, छात्र हित एवं समाज में सदैव अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि एक स्व.नेगी एक शिक्षक थे, उनकी धर्मपत्नी शिक्षिका रहीं, आखर चैरिटेबल ट्रस्ट में शामिल अधिकांश ट्रस्टी शिक्षक हैं और वे अपने ही बीच के विशिष्ट कार्य कर रहे शिक्षकों को सम्मानित कर रहे हैं, यह अपनेआप में इस कार्यक्रम की विशिष्टता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शिक्षक नेता बलराज सिंह नेगी ने कहा कि स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी एक आदर्श शिक्षक थे।
गणित शिक्षक डा.हर्षमणि पाण्डेय ने स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी द्वारा रचित ‘विज्ञान-गणित गीतिका’ पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि इस पुस्तक में स्व.नेगी जी ने विज्ञान और गणित के सिद्धांतों को पहेली, गीत, संवाद और कहानी के माध्यम से बहुत रोचक एवं व्यावहारिक ढंग से समझाया है।’

सभी वक्ताओं ने आखर ट्रस्ट की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के वैचारिक आयोजन करने बहुत आवश्यक हैं। स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी जैसे नवाचारी शिक्षकों के समाज तथा शैक्षणिक जगत में दिए योगदान को चिरस्मरणीय बनाने में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी के परिवार से आदित्य पटवाल तथा आखर ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप रावत ने स्व.नेगी के साथ बिताए अनुभवों को साझा किया।
इससे पूर्व पॉलिटेक्निक की छात्राओं अंजलि, सलोनी एवं कामनी ने आखर चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप रावत द्वारा लिखित गढ़वाली सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक राजेश चमोली ने कहा कि यह सम्मान मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी एक ऐसी महान विभूति हुए हैं, जिनका व्यक्तित्व हम सभी शिक्षकों एवं समाज के लिए प्रेरणादाई था। शिक्षा जगत में उनके अवदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम का संचालन हे.न.ब.गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के डा.नीतेश बौंठियाल ने किया। ट्रस्टी दीवान सिंह मेवाड़ ने स्व.शिवदर्शन सिंह नेगी के व्यक्तित्व, उनके द्वारा शिक्षा जगत और समाज में दिए योगदान को सबके सम्मुख रखा। अमन ममगाईं ने सम्मानित होने वाले शिक्षक राजेश चमोली का परिचय एवं उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को सबके सम्मुख रखा। पौड़ी से आए शिक्षक भूपेंद्र सिंह नेगी ने सम्मान पत्र का वाचन किया।
इस मौके पर ट्रस्टी रेखा चमोली, लक्ष्मी रावत संस्थापक आखर ट्रस्ट, आंदोलनकारी अनिल स्वामी, श्वेता पंवार, साक्षी रावत, चित्रकार हिमांशु, रीजनल रिपोर्टर की संपादक गंगा असनोड़ा थपलियाल, स्नेहा पटवाल, अंजना घिल्डियाल, भूपेंद्र सिंह नेगी, स्व.नेगी जी के परिवार से आदित्य पटवाल, नन्द किशोर नैथानी, शिक्षक अमन ममगाईं, शिक्षिका राधा मैंदोली, उमा चौहान, अंजू शाह, बीना मेहरा, डा.अशोक बडोनी, असिस्टेंट प्रोफेसर डा. मनीष चमोली, शिक्षक संतोष पोखरियाल, महेंद्र सिंह नेगी, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन से नरेश सहित कई अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।