केंद्रीय विद्यालय श्रीनगर में हुआ ग्रेंडपेंरेंट्स डे का भव्य आयोजन
बुजुर्गों ने खेले खेल, तो बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुतियां
गंगा असनोड़ा
केंद्रीय विद्यालय श्रीनगर में ग्रेंडपेंरेंट्स डे के आयोजन पर बच्चों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने उनके दादा-दादी, नाना-नानी तथा अन्य सभी दर्शकों का मन मोह लिया। इस मौके पर दादा-दादी और नाना-नानी भी पूरे उत्साह से खेल मैदान में उतरे। पुरूष वर्ग के लिए रखी गई खेल प्रतियोगिता में कक्षा तीन के विद्यार्थी नैतिक के दादाजी मदन लाल टम्टा ने, जबकि महिला वर्ग में कक्षा पांच की विद्यार्थी ब्राह्मी उनियाल की दादी जगदंबा उनियाल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। https://regionalreporter.in/windows-of-memories/
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य कृति सक्सेना की 63 वर्षीय माताजी वीरा सक्सेना ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन-पोषण में दादा-दादी और नाना-नानी की सहभागिता सबसे महत्त्वपूर्ण होती है। बुजुर्गों की छांव बच्चों के लिए वरदान की तरह होती है। इसलिए बच्चों को भी अपने बुजुर्गों की बात माननी चाहिए।
प्रधानाचार्य कृति सक्सेना ने कहा कि दादा-दादी, नाना-नानी हर कीमत पर अपने बच्चों को खुश रखने की कोशिश करते हैं। ताकि वे जीवन में वहां पहुंच सकें, जिसके लिए वे स्कूल आ रहे हैं। बुजुर्गों का आशीर्वाद और प्यार उन्हें जीवन में उच्च मुकाम हासिल करवाता है।
इस अवसर पर नन्हे-नन्हे बच्चों की आकर्षक रंगारंग प्रस्तुतियों ने वहां उपस्थित सभी जनों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का सुंदर संचालन कक्षा पांच की छात्रा आराध्या बलोदी तथा कक्षा चार के केशव कुमार ने किया। इसी बीच, दादा-नाना के लिए एक खेल का आयोजन किया गया। जिसमें एक मेज पर बॉल को उछालकर उसे दूसरे मेज पर रखी बाल्टी में डालना था।
इस खेल में मदन लाल टम्टा ने तीनों अवसरों में गेंद को बाल्टी में डालकर सबको चकित कर दिया। दादी-नानी के लिए कुर्सी दौड़ की ही तर्ज पर संगीत के साथ बॉल एक-दूसरे तक पहुंचाने का खेल रखा गया, जिसमें जगदंबा उनियाल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। विजेता दादी-दादा को प्रधानाचार्य कृति सक्सेना ने पुरस्कृत भी किया। इस मौके पर सुनीता रावत, सावित्री रावत, श्रेया नेगी, विजय प्रकाश, जगत बढ़वाल, वीरेंद्र, मिथिलेश, पूनम गुप्ता, प्रेमा सिल्सवाल, राजेंद्र नेगी, सावित्री रावत समेत बड़ी संख्या में बुजुर्ग मौजूद रहे।