वरुणावत 21 साल बाद सक्रिय : भूस्खलन से कई वाहन मलबे में दबे

रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो

उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में मंगलवार देर शाम शुरू हुई के बाद रात करीब पौने दो बजे वरुणावत की तलहटी गोफियारा जल संस्थान कालोनी व स्टोर के निकट पहाड़ी से भूस्खलन होने से काफी मात्रा में पत्थर व मलबा गिरा।

वरुणावत पर्वत से रात को आवासीय कॉलोनी जल संस्थान के निकट बोल्डर गिरने से अफरातफरी मची। लोग घरों से बाहर सड़कों पर निकले। घटना के बाद डीएम सहित आलाधिकारियों ने मोर्चा संभाला।

उन्होंने बताया कि अभी तक कहीं से जन हानि की सूचना नहीं है। नगर क्षेत्र में गोफियारा नाले के निकट तथा अन्य जगहों पर सड़कों पर जमा मलबे को हटाया जा रहा है। रात तीन बजे जिलाधिकारी बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला मुख्यालय क्षेत्र के गोफ़ियारा में अत्यधिक वर्षा होने के कारण भूस्खलन हुआ है।

वरुणावत एक बार फिर 21 साल बाद सक्रिय होने लगा है। इससे लोग दहशत में हैं। लोगों को कैलाश आश्रम, बाबा काली कमली धर्मशाला में रुकवाया गया। सड़क किनारे खड़े कुछ वाहन में दब गए हैं, मलबा हटाने का कार्य निरंतर जारी है। स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

वरुणावत पर्वत पर वर्ष 2003 में भूस्खलन हुआ था। भूस्खलन ने 2003 में एक बड़े भूस्खलन ने क्षेत्र में लगभग 100 इमारतों को आंशिक रूप से या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया था और अन्य 100 को खतरे में घोषित किया गया था।

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