बैकुंठ चतुर्दशी मेले में लगी थी दुकानें
व्यापार संघ ने भी जताई नाराजगी
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
बैकुंठ चतुर्दशी मेले में लगी कई दुकानों को हटाने के लिए नगर निगम प्रशासन को चालान करने पड़े। चालान करने तथा जबरन सामान बेचने के लिए डटे दुकानदारों का कुछ सामान जब्त किए जाने पर दुकानदार निगम प्रशासन से भिड़ने की स्थिति में दिखे। इस पर व्यापार संघ, भाजपा पदाधिकारियों तथा निगम प्रशासन के अधिकारियों के साथ व्यापारी टकराव करते दिखे। https://regionalreporter.in/ankita-bhandari-murder-case/
बीते 25 नवंबर को श्रीनगर गढ़वाल में शुरू हुए बैकुंठ चतुर्दशी मेले के समापन की विधिवत घोषणा चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य, सहकारिता, उच्च शिक्षा एवं विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत ने 1 दिसंबर को कर दी थी। मेले में उमड़ रही अपार भीड़ तथा बेचने के लिए उपलब्ध अत्यधिक सामान का हवाला देते हुए मेला स्टॉल के ठेकेदार ने 5 दिसंबर तक मेले की अस्थाई दुकानों तथा चरखियों को लगाने की अनुमति नगर निगम प्रशासन से ली। बुधवार को सुबह 10-11 बजे तक इन दुकानों को मेला स्थल यानि आवास-विकास मैदान से हटना चाहिए था, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में दुकानदार मेलास्थल पर दुकान लगाए डटे हुए थे। इससे स्थानीय व्यापारियों में रोष देखा गया।
बुधवार को भी मेला स्थल पर दुकानें लगी होने की जानकारी मिलते ही दोपहर दो बजे बाद व्यापार सभा अध्यक्ष दिनेश असवाल, तथा कोषाध्यक्ष वासुदेव कंडारी समेत अन्य पदाधिकारी मेलास्थल पहुंचे तथा दुकानें सजाए बैठे व्यापारियों से नाराजगी जताई। उन्होंने दुकानदारों से तुरंत दुकानें बंद कर लौटने को कहा।
व्यपार संघ पदाधिकारियों की उपस्थिति से कुछ व्यवसायी सहमकर अपना सामान बटोरने लगे। इसी बीच वाहन लेकर बल समेत पहुंचे नगर निगम प्रशासन के सह नगर आयुक्त केएस बंगारी ने दुकानें लगाए बैठे कई दुकानदारों का चालान काटना शुरू किया। वाहन लेकर पहुंचे कर्मियों ने कुछ सामान भी वाहन पर लादा। व्यापारियों ने इसका विरोध दर्ज किया। जिस पर मेले में दुकान लगाए बैठे व्यापारियों का श्रीनगर व्यापार संघ व नगर निगम प्रशासन के साथ गतिरोध बना रहा। देर सांय तक नगर निगम प्रशासन ने मेले से दुकानों को हटा दिया।