लक्ष्मण सिंह नेगी
श्रीकेदारानाथ धाम में आज पांचवे दिन भी रेस्कयू अभियान जारी है। केदार घाटी का मौसम साफ होने के साथ ही MI-7 और चिनूक से एयर लिफ्ट रेस्क्यू शुरू हो गया है। एमआई चारधाम हेलीपैड पर यात्रियों को उतार रहा है जबकि चिनूक गौचर हवाई पट्टी पर यात्रियों को उतरेगा।
सुबह 09 बजे तक 133 लोगों को केदारनाथ से एमआई एव चिनूक एव छोटे हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किए जा चुके हैं।
भारी बारिश से सड़के ध्वस्त
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते सड़क बह जाने के बाद केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। जानकारी के मुताबिक, भीमवली और रामबाड़ा के बीच करीब 20 से 30 मीटर रास्ता बह गया है। वहीं सोनप्रयाग के पास करीब 100 मीटर सड़क सैलाब में बह गई है।
गौरीकुंड में पड़ने वाला तप्तकुंड भी सैलाब में पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। तप्तकुंड मलबे से पूरी तरह दब गया है। तप्तकुंड में श्रद्धालु स्नान करते हैं।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ दर्शन के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए एक परामर्श जारी किया गया है जिसमें उनसे कहा गया है कि वे फिलहाल जहां भी हैं, सुरक्षित रूके रहें और अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें।
साथ ही, सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है। भारी बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया तथा पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरकर रास्ते में आ गए हैं।
पांच दिन का येलो अलर्ट जारी
आज पांच अगस्त को उधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले को छोड़कर राज्यभर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। छह अगस्त को बागेश्वर जिले के लिए ओरेज अलर्ट है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट है।
सात अगस्त को प्रदेशभर में येलो अलर्ट, आठ अगस्त को हरिद्वार और उधमसिंह नगर को छोड़कर अन्य जिलों में येलो अलर्ट, नौ अगस्त को पूरे प्रदेश के लिए येतो अलर्ट जारी किया गया है।
इस दौरान कहीं कहीं बारिश के तीव्र से अति तीन दौर, आकाशीय बिजली चमकने, पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन, नदी नालों का प्रवाह बढ़ने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्क और सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है।