अरुण मिश्रा
समग्र शिक्षा के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का तीन दिवसीय एफ एल एन प्रशिक्षण का समापन डायट प्राचार्य आकाश सारस्वत द्वारा किया गया l
बुधवार, 28 अगस्त 2024 से प्रारंभ हुए एफएलएन प्रशिक्षण का उद्घाटन जिला शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह रावत एवं प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान आकाश सारस्वत द्वारा संयुक्त रूप से किया गया l
प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि सभी प्रधानाध्यापक निपुण भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें व एक व्यसनमुक्त समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान समन्वयक गजपाल राज ने बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के संदर्भ में प्रधानाध्यापक की भूमिका, विद्यालय की सामान्य अकादमिक प्रक्रियाओं में प्रधानाध्यापक की भूमिका एवं उत्तरदायित्व तथा सहायक अध्यापकों के अनुभवात्मक प्रशिक्षण के संबंध में संवेदीकरण पर बातचीत की।
संदर्भ दाता नीतू सूद ने पुस्तकालय, पुस्तकों का चयन, प्रदर्शन एवं स्तरीकरण पांच अंगुलियों का नियम आदि के विषय पर जानकारी दी।
संदर्भ दाता विनीता भण्डारी ने परिचय साक्षरता, साहित्य एवं पुस्तकालय के बारे में तथा अभिभावकों एवं समुदाय की भागीदारी तथा पुस्तकालय रेटिंग सिस्टम विषय पर बात की।
पानू चौहान द्वारा बाल मित्र पुस्तकालय, टीचिंग कार्नर का संचालन, बाल पुस्तकालय प्रबंधन समिति तथा उपलब्ध संसाधनों का अभीष्टतम उपयोग करते हुए अकादमिक योजना पर जानकारी प्रदान की गई।
अजीम प्रेम जी फाउण्डेशन की सौम्या ने जेंडर संवेदीकरण, मुख्य पठन गतिविधियां तथा पठन उपरांत विस्तारित गतिविधियों के बारे में वीडियो के माध्यम से जानकारी दी गई। रामसिंह द्वारा विद्यालय की सामान्य प्रक्रियाएं क्या हैं और इन्हें कैसे सुदृढ़ करें विषय पर बात की । वही अजय ने सीखने-सिखाने में प्रधानाध्यापक की भूमिका संबंधी प्रोजेक्ट विषय पर चर्चा की।
कार्यक्रम में हीरा सिंह रावत, राजेश्वरी रावत, दिग्पाल रावत, त्रिलोक सिंह नेगी, उर्मिला भट्ट, सावित्री टम्टा, सावित्री लिंगवाल, कमला आर्य, बीना चौहान आदि द्वारा प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया गया l