महीपाल नेगी
टिहरी निवासी राज्य आंदोलनकारी विजय सेमवाल ने एक रिकॉर्ड स्थापित किया है। हाल ही में घोषित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा "नेट" NET क्वालीफाई कर दिखाया। सेमवाल ने पर्यटन tourism,प्रशासन administration एवं प्रबंधन management में देश के 197 क्वालीफाई छात्रों में स्थान प्राप्त किया है। https://regionalreporter.in/sarangi-and-mridang-book-released-in-class-one-and-two-in-uttarakhand/
सेमवाल टिहरी जिले के जाखणीधार विकासखंड के नेग्याणा लवोई गांव (कांडीखाल) के निवासी हैं। गांव से प्राथमिक शिक्षा के बाद टिहरी से इंटरमीडिएट और स्नातक तथा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर से पर्यटन प्रशासन एवं प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की।
विजय सेमवाल उत्तराखंड राज्य की मांग के लिए 1986-87 के दौरान आयोजित उत्तराखंड की 2700 किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा के दौरान एक खाई में गिरकर घायल हो गए थे।
1990 के दशक में उन्होंने गढ़वाल मंडल विकास निगम में नौकरी ज्वाइन की और कुछ ही वर्ष पहले वरिष्ठ प्रबंधक पद पर रहते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। सामाजिक और राजनीतिक रूप से हमेशा सक्रिय रहे विजय सेमवाल आज भी अपने गांव में ही रहते हैं।
रिटायरमेंट की उम्र पर नेट क्वालीफाई कर उन्होंने युवाओं को भी संदेश दिया है कि पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखें तो लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। सेमवाल अभी पीएचडी भी करना चाहते हैं।
और हां, विजय सेमवाल टिहरी विधान सभा क्षेत्र से पिछली बार चुनाव भी लड़ चुके हैं।