‘रिकॉर्डिंग अकादमी’ द्वारा आयोजित सबसे बड़े संगीत पुरस्कार समारोह का 67वां संस्करण रविवार को लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो डॉट कॉम एरिना में आयोजित किया गया।
भारतीय-अमेरिकी गायिका एवं उद्यमी चंद्रिका टंडन ने एल्बम ‘त्रिवेणी’ के लिए ‘बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम’ श्रेणी में ग्रैमी पुरस्कार अपने नाम किया।
चंद्रिका टंडन ने अपने सहयोगियों दक्षिण अफ्रीकी बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और जापानी सेलो वादक इरु मात्सुमोतो के साथ यह पुरस्कार जीता।
बता दें, ‘त्रिवेणी’ एल्बम 30 अगस्त 2024 को रिलीज हुआ था और इसमें सात ट्रैक शामिल हैं। इन ट्रैकों में “पाथवे टू लाइट”, “चेंट इन ए”, “जर्नी विदिन”, “एथर सेरेनेड”, “एंशिएंट मून”, “ओपन स्काई”, और “सीकिंग शक्ति” शामिल हैं।
इस एल्बम में चंद्रिका ने अपनी अनोखी गायकी और संगीत को इस तरह से प्रस्तुत किया है कि वह शांति, आंतरिक ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं।
इससे पहले 2011 में 53वें ग्रैमी अवॉर्ड में चंद्रिका टंडन को उनके चैंट एल्बम ‘ओम नमो नारायणा’ के लिए इसी कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था, हालांकि उस समय वो ये अवॉर्ड नहीं जीत पाई थीं।
कौन है चंद्रिका टंडन
भारत के चेन्नई स्थित एक तमिल ब्राह्मण परिवार में जन्मीं चंद्रिका, पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूई की बड़ी बहन हैं। चंद्रिका टंडन इंडियन-अमेरिकी सिंगर के साथ-साथ एक एंटरप्रेन्योर और ग्लोबल बिजनेस लीडर हैं।
वह पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी की बड़ी बहन हैं। चंद्रिका की शुरआती जीवन और शिक्षा भारत में ही हुआ है। वह चेन्नई में पली-बढ़ी और मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से अपनी पढ़ाई की।
उन्होंने IIM अहमदाबाद से मास्टर डिग्री हासिल की है. वह मैकिन्से एंड कंपनी में पार्टनर चुनी जाने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी महिला थीं।
इन सब के अलावा चंद्रिका एक कंपोजर और सिंगर भी हैं, जिन्होंने हिंदुस्तानी, कर्नाटक और वेस्टर्न म्यूजिक में ट्रेनिंग ले चुकी हैं।
2005 में, उन्होंने अपना नॉन प्रॉफिट म्यूजिक लेबल, सोल चैंट्स म्यूजिक की स्थापना की, जिसका उद्देश्य म्यूजिक को वैश्विक कल्याण के साधन के रूप में उपयोग करना था।
उन्होंने 2009 में अपना पहला एल्बम, सोल कॉल रिलीज किया, जिसने 2011 में कंटेम्परेरी वर्ल्ड म्यूजिक के लिए ग्रैमी नॉमिनेशन हासिल किया था, त्रिवेणी उनका छठा एल्बम है।